अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। इस लेकर तैयारियां जोरो पर है। इसके लिए जमशेदपुर से गाय के गोबर से तैयार 11 हजार दीपक अयोध्या पहुंचा है। इसकी जिम्मेदारी स्वदेशी आंदोलन की प्रवर्तक सीमा पांडेय पर रही और उन्हें इसकी प्रेरणा निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर का शिलान्यास करने वाले कामेश्वर चौपाल से मिली।
19 Jan 2024
जमशेदपुर : अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर पूरे देश में दीपोत्सव मनाया जाएगा। ऐसे में स्वाभाविक है कि अयोध्या का दिव्य दीपोत्सव दर्शनीय होगा। इसके लिए पूरे देश से विशिष्ट दीपक अयोध्या भेजे गए हैं। इसमें शहर में गोबर से बना 11 हजार दीपक भी अयोध्या गया है।
दीये बनाने में लगे सात महीने
स्वदेशी आंदोलन की प्रवर्तक सीमा पांडेय ने बताया कि मुझे इसकी प्रेरणा कामेश्वर चौपाल ने दी, जिन्होंने निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर का शिलान्यास किया था। इसे बनाने में लगभग सात माह लगे थे। इन दीयों को विहिप, गोरक्षा विभाग के त्रिलोकीनाथ बागी अयोध्या पहुंचाए थे।
अन्य मंदिरों में भी भेजे जा रहे गोबर से बने दीये
मुझे भी दीयों के साथ अयोध्या जाने की इच्छा थी, लेकिन इसी बीच 10 हजार अन्य दीयों का आर्डर मिल गया, जिससे व्यस्त हो गई। इसका काम अभी चल रहा है। हम अपनी ओर से शहर के प्रमुख मंदिरों में गोबर का दीपक दे रहे हैं।ज्ञात हो कि सीमा पांडेय लगभग छह वर्ष से गोबर से दीया, लक्ष्मी-गणेश सहित अन्य घरेलू सजावटी सामग्री बना रही हैं। इसके माध्यम से उन्होंने कई महिलाओं को स्वरोजगार भी उपलब्ध करा रही हैं।