नए जमाने की इलेक्ट्रिक कारों को शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में अब इतना कम वक्त लगता है कि सवाल उठ रहे हैं कि क्या इंसान इन्हें हैंडल कर पाएगा?
जगुआर आई-पेस
जगुआर अब ‘आई-पेस’ के रूप में अलग स्तर पर पहुंच गई है। यह महज चार सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार छू लेती है। जगुआर की क्लासिक तो इसमें हैं ही। इसे देखकर आसानी से समझा जा सकता है कि क्यों इस तरह की एसयूवी की दीवानगी बनी रहेगी।
ऑडी ई-ट्रॉन
एसयूवी के मामले में ऑडी की धाक ‘क्यू 5’ और ‘क्यू 7’ ने लंबे समय से कायम की, अब बारी ई-ट्रॉन की है। ई-ट्रॉन को 100 की रफ्तार छूने में 5.7 सेकंड का समय लगता है। ये गाड़ी लग्जरी के मामले में भी कम नहीं है।
पोर्श टैकन टर्बो एस
‘911 करेरा’ की तरह ही परफेक्ट कुछ करने के लिए पोर्श ने इलेक्ट्रिक कार कंपनियों को ही पहले तय करने दिया कि क्या किया जाना चाहिए और क्या नहीं। नतीजा टर्बो एस के रूप में सामने है जो सिर्फ 2.6 सेकंड में 100 किलोमीटर की रफ्तार छू लेती है।
एस्पार्क आउल
कारों के मामले में इससे तेज धरती पर कुछ नहीं। 1985 एचपी की ताकत जब इसके पहियों को मिलती है तो यह 1.69 सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर होती है। रेडियो पर चैनल बदलने में जितनी देर लगाते हैं उससे कम वक्त में यह रफ्तार पकड़ती है। इसकी खूबसूरत बॉडी लाइन भी इस रफ्तार को पाने में मदद करती है।
पिनिनफरीना बतीस्ता
इटैलियन कंपनी की यह कार सुंदरता के साथ तेजी का परफेक्ट उदाहरण है। बतौर डिजाइन हाउस ‘पिनिनफरीना’ ने कई खूबसूरत कारें बनाई है, लेकिन यह ऑल-इलेक्ट्रिक हाइपर कार अलग है जो 1.8 सेकंड में 100 किलोमीटर की रफ्तार पा लेती है।
टेस्ला रोडस्टर
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में टेस्ला से बड़ा कोई और नाम नहीं। दिखने में बेहद खूबसूरत ‘रोडस्टर’ रफ्तार पकड़ने में कम नहीं है। इसे शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को छूने में केवल 1.9 सेकंड लगते हैं।
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