
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अमेरिका को कड़ा जवाब देते हुए कहा है कि वेनेजुएला अमेरिकी धमकियों से बिल्कुल भी नहीं डरता। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला को ‘आतंकवादी राज्य’ बताते हुए संभावित सैन्य कार्रवाई के संकेत दिए थे। ट्रंप ने दक्षिण अमेरिकी देश पर अमेरिकी तेल कंपनियों की संपत्तियां जब्त करने का आरोप लगाया था।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मादुरो ने कहा, ‘अमेरिका पागल हो गया है, और हम उनसे डरते नहीं हैं।’ वेनेजुएला ने अमेरिका के साथ चल रहे तेल विवाद और कथित नशीले पदार्थों की तस्करी को लेकर चल रही तनातनी के बीच यह बयान दिया है।
ट्रंप ने रिपोर्टों के हवाले से कहा था, ‘हम किसी को भी वहां से गुजरने नहीं देंगे जिसे नहीं गुजरना चाहिए। आपको याद है कि उन्होंने हाल ही में हमारे सभी ऊर्जा अधिकार छीन लिए थे। उन्होंने हमारा सारा तेल ले लिया। और हम इसे वापस चाहते हैं। उन्होंने इसे अवैध रूप से लिया।’
अमेरिकी प्रशासन ने राष्ट्रपति मादुरो पर नशीले पदार्थों के तस्करों से संबंध रखने का भी आरोप लगाया है। अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि उनकी सरकार ने अमेरिका में अवैध ड्रग्स की तस्करी में मदद की है। ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया था कि वेनेजुएला तेल के धन का इस्तेमाल नशीले पदार्थों की तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियों को वित्तपोषित करने के लिए कर रहा है।
पिछले सप्ताह अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला के तट पर एक तेल टैंकर जब्त किया था। यह जब्त की गई कार्रवाई क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सैन्य जमावड़े के दौरान हुई, जिसमें अमेरिकी नौसेना के सबसे उन्नत विमान वाहक पोत को तैनात किया गया था।
अमेरिकी प्रशासन ने कैरिबियन सागर और पूर्वी प्रशांत महासागर में संदिग्ध नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाली नौकाओं के खिलाफ भी कई हमले किए हैं। इन अभियानों में कुल मिलाकर कम से कम 95 लोग मारे गए हैं। इन हमलों ने विधायकों और कानूनी विशेषज्ञों के बीच उनकी कानूनी वैधता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।






