
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूक्रेन के अपने समकक्ष आंद्रेई सिबिहा के साथ बातचीत के बाद कहा कि भारत यूक्रेन संघर्ष को जल्द समाप्त करने का समर्थन करता है। दोनों विदेश मंत्रियों ने फोन पर हुई बातचीत के दौरान संघर्ष को समाप्त करने पर विचार-विमर्श किया। जयशंकर ने सोशल मीडिया पर कहा कि द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ यूक्रेन संघर्ष पर भी चर्चा हुई। भारत इस संघर्ष को जल्द खत्म करने और स्थायी शांति की स्थापना का समर्थन करता है। सिबिहा ने कहा कि उन्होंने जयशंकर को युद्ध की वर्तमान स्थिति और न्यायपूर्ण शांति प्राप्त करने के लिए यूक्रेन के प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम युद्ध की पूर्ण समाप्ति और व्यापक अंतरराष्ट्रीय शांति प्रयासों के समर्थन में भारत की आधिकारिक आवाज और सक्रिय भूमिका पर भरोसा करते हैं। यूक्रेन के विदेश मंत्री और जयशंकर इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान मुलाकात करने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सप्ताह के दौरान बैठक करने तथा राजनीतिक वार्ता, आगामी उच्च स्तरीय संपर्क, आर्थिक सहयोग, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों समेत अपने द्विपक्षीय संबंधों के ठोस विकास को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की है। जयशंकर-सिबिहा वार्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के तीन दिन बाद हुई। बैठक में पीएम मोदी ने पुतिन को बताया कि भारत यूक्रेन में शांति स्थापित करने की दिशा में हाल में किए गए सभी प्रयासों का स्वागत करता है।





