
पाकिस्तान के लिए एक बड़ी चिंता का विषय सामने आया है, जहाँ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) अपनी खुद की वायु सेना बनाने की तैयारी कर रहा है। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब पाकिस्तान की सेना, जनरल आसिम मुनीर के नेतृत्व में, कथित तौर पर बिस्कुट और कॉर्नफ्लेक्स जैसे नागरिक उत्पादों के निर्माण में व्यस्त है। TTP की यह योजना 2026 तक पूरी तरह से चालू हो जाने की उम्मीद है, और इसके कमांडर के तौर पर सलीम हक्कानी को नियुक्त किया गया है।
TTP ने 2026 के लिए सांगठनिक बदलावों की घोषणा की है, जिसमें नए सैन्य क्षेत्र कमांडर भी शामिल हैं। एहसानुल्लाह ईपी को दक्षिणी सैन्य क्षेत्र का प्रमुख बनाया गया है, जबकि हिलाल गाजी केंद्रीय सैन्य क्षेत्र के उप प्रमुख होंगे। लेकिन सबसे चौंकाने वाली घोषणा वायु सेना इकाई का गठन है। इस इकाई का मुख्य ध्यान क्वाडकॉप्टर ड्रोन संचालन पर रहेगा, जिसका TTP पहले से ही खैबर पख्तूनख्वा में सफलतापूर्वक इस्तेमाल कर रहा है।
यह कदम TTP के आतंकवादी हमलों की क्षमता को कई गुना बढ़ा सकता है। इस साल अकेले TTP ने खैबर पख्तूनख्वा में 54 से अधिक ड्रोन हमले किए हैं, जिससे नागरिक हताहत हुए हैं और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। ये हमले साधारण वाणिज्यिक क्वाडकॉप्टर से किए गए थे, लेकिन अब एक समर्पित वायु सेना इकाई का मतलब है बेहतर ड्रोन तकनीक और बड़े पैमाने पर समन्वित हमले।
यह सवाल उठता है कि TTP सैन्य-ग्रेड ड्रोन कहाँ से प्राप्त करेगा, क्योंकि केवल संप्रभु राष्ट्रों को ही ऐसी हवाई संपत्तियों के संचालन की अनुमति है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, जनरल आसिम मुनीर पर स्वयं आतंकवादियों को हथियार बेचने का आरोप है, जिससे यह आशंका बढ़ जाती है कि TTP को भी ड्रोन की आपूर्ति मिल सकती है।
वहीं, पाकिस्तान की सेना के व्यावसायिक गतिविधियों में संलग्न होने की खबरें चिंताजनक हैं। इमरान खान की पार्टी ने सेना द्वारा बनाए जा रहे इन उत्पादों के वीडियो जारी किए हैं, जिसे ‘व्यावसायिक सेना’ का उपहास बताया गया है। TTP का लक्ष्य इस्लामाबाद पर कब्ज़ा करना है, और उनकी ‘रक्षात्मक जिहाद’ की घोषणा के साथ, जबकि सेना नाश्ते के अनाज बना रही है, आतंकवादी हवाई हमले की तैयारी कर रहे हैं। यह स्थिति पाकिस्तान के लिए एक गंभीर सुरक्षा दुःस्वप्न का संकेत है।





