वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निशाने पर हैं। अमेरिका ने मादुरो की गिरफ्तारी पर 50 मिलियन डॉलर (लगभग 4 अरब रुपये) का इनाम घोषित किया है। अमेरिका का आरोप है कि मादुरो ड्रग तस्करी गिरोह के सरगना हैं और उन्होंने अवैध रूप से ईरानी प्रवासियों को अमेरिका में भेजा है।
इस घटनाक्रम से दुनिया हैरान है, क्योंकि इतने बड़े इनाम की घोषणा एक राष्ट्रपति की गिरफ्तारी के लिए असामान्य है। वेनेजुएला के विदेश मंत्री इवान गिल ने इस कदम को बकवास बताया है। माना जा रहा है कि ट्रम्प 26 साल पहले मादुरो के गुरु, ह्यूगो चावेज द्वारा किए गए कार्यों का बदला ले रहे हैं।
विवाद की शुरुआत 26 साल पहले हुई थी, जब 1999 में चावेज ने वेनेजुएला की कमान संभाली थी। चावेज ने अमेरिका के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और अमेरिकी राष्ट्रपतियों के बारे में अक्सर अपमानजनक बातें कही थीं, जैसे उन्हें शैतान और जोकर कहना।
चावेज ने 2006 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश को शैतान बताया था। 2011 में, उन्होंने बराक ओबामा को जोकर कहा था। चावेज के शिष्य मादुरो, 1999 से 2013 तक चावेज के करीबी सहयोगी रहे और उनकी नीतियों को जारी रख रहे हैं।