
ताइवान अगले दो वर्षों में लगभग 50,000 ड्रोन खरीदने की योजना बना रहा है ताकि चीन के बढ़ते सैन्य दबाव का मुकाबला किया जा सके। यह कदम ताइवान की सैन्य खरीद में तेजी लाने के साथ उठाया गया है। ताइवान आने वाले वर्षों में एक बड़ी ड्रोन शक्ति बनने की राह पर है। यह नीति हाल ही में अमेरिका की ओर से अपनाए गए बदलाव को दर्शाती है। ताइवान सरकार की खरीद वेबसाइट पर प्रकाशित एक हालिया सूचना के अनुसार, रक्षा मंत्रालय का आयुध ब्यूरो अगले साल 11,270 ड्रोन और 2027 में पांच अलग-अलग श्रेणियों में 37,480 ड्रोन खरीदने की योजना बना रहा है। इन ड्रोनों में मल्टी-रोटर वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) प्लेटफॉर्म से लेकर फिक्स्ड-विंग सिस्टम तक शामिल हैं, जिनकी क्षमता सात मिनट से लेकर ढाई घंटे तक होती है। इसमें टाइप A, B, C, D और E के ड्रोन शामिल हैं, जिनकी रेंज और क्षमता अलग-अलग है। इन ड्रोनों में यह सुनिश्चित किया गया है कि इनमें चीन का कोई भी घटक या भागीदारी नहीं होनी चाहिए।






