अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर के बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगस्त के अंत तक भारत का दौरा कर सकते हैं। यह जानकारी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने मास्को में रूसी सुरक्षा परिषद प्रमुख सर्गेई शोइगू से मुलाकात के दौरान दी। डोभाल की यह यात्रा दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से हो रही है।
व्लादिमीर पुतिन चार साल बाद भारत आ रहे हैं। आखिरी बार वह दिसंबर 2021 में भारत आए थे, जब भारत-रूस का 21वां वार्षिक शिखर सम्मेलन दिल्ली में हुआ था। इस दौरान कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे। फरवरी 2022 में यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यह पुतिन की पहली भारत यात्रा होगी।
इंटरफैक्स समाचार एजेंसी ने गुरुवार को मॉस्को में अजीत डोभाल के बयान का हवाला दिया। डोभाल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि राष्ट्रपति पुतिन अगस्त के अंत में भारत आने वाले हैं और इस दौरे से सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत अमेरिका और रूस के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को संतुलित करने की कोशिश कर रहा है।
रूसी डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के सीईओ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि रूस ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच शिखर बैठक अगले हफ्ते हो सकती है। यह एक ऐतिहासिक मुलाकात हो सकती है।
पुतिन के संभावित भारत दौरे की खबर ऐसे समय आई है जब अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक रिश्तों में तनाव दिख रहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से होने वाले आयात पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाने का एक नया कार्यकारी आदेश जारी किया है। व्हाइट हाउस का कहना है कि यह कदम भारत द्वारा रूस से कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों के आयात को लेकर उठाया गया है। अमेरिकी टैरिफ की कुल दर 50% तक पहुंच गई है, जिससे व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है।