
पाकिस्तान ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए फील्ड मार्शल सैयद असिम मुनीर को देश का पहला ‘चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज’ (CDF) नियुक्त किया है। यह एक नया और अत्यंत शक्तिशाली सैन्य पद है, जो देश की तीनों सेनाओं – थल सेना, नौसेना और वायु सेना – पर समग्र नियंत्रण रखेगा। इस नियुक्ति के साथ ही, पाकिस्तान के संविधान में 27वें संशोधन के माध्यम से एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है, जिसके तहत अब ‘रिटायरमेंट की कोई उम्र सीमा नहीं होगी’।’
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सिफारिश को मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति भवन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति ने फील्ड मार्शल असिम मुनीर को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) के साथ-साथ पांच साल के लिए चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) के पद पर भी नियुक्त किया है। यह नियुक्ति पांच साल की अवधि के लिए होगी और सरकार की इच्छा पर इसमें आगे भी विस्तार किया जा सकेगा।’
इस नए पद के तहत, असिम मुनीर राष्ट्रीय रणनीतिक कमान (National Strategic Command) के भी प्रमुख होंगे, जो देश के परमाणु हथियारों और मिसाइल प्रणालियों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। इस प्रकार, वे देश के सबसे शक्तिशाली सैन्य अधिकारी बन गए हैं।’
चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज का यह पद पिछले महीने ही संविधान के 27वें संशोधन के तहत स्थापित किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य सैन्य कमान को केंद्रीकृत करना है। इस नए पद के बनने से ‘चेयरमैन, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी’ (CJCSC) का पद समाप्त कर दिया गया है।’
इसके अतिरिक्त, राष्ट्रपति जरदारी ने एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू की सेवा अवधि में भी दो साल का विस्तार स्वीकृत किया है, जो 19 मार्च, 2026 से प्रभावी होगा।’
फील्ड मार्शल असिम मुनीर, जिन्हें इसी वर्ष फील्ड मार्शल के पदोन्नत किया गया था, अब सेना प्रमुख (COAS) के पद के साथ-साथ रक्षा बल प्रमुख (CDF) का दोहरा कार्यभार संभालेंगे। वे पाकिस्तान के सैन्य इतिहास में पहले ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने फील्ड मार्शल की पांच-सितारा रैंक और COAS व CDF दोनों पदों को एक साथ संभाला हो। वे जनरल अयूब खान के बाद दूसरे अधिकारी हैं जिन्हें फील्ड मार्शल का खिताब मिला है।






