
नेपाल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। काठमांडू में गुरुवार को हुई एक अहम बैठक में राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल, पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की और सेना प्रमुख अशोक राज सिगडेल ने नए अंतरिम प्रधानमंत्री पर चर्चा की। यह बैठक प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद हुई है, जिसके बाद युवाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सुशीला कार्की को समर्थन दिया, जिन्हें एक निष्पक्ष और स्वतंत्र विकल्प माना जा रहा है। राष्ट्रपति पौडेल ने संसद से बाहर के व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाने पर आपत्ति जताई है, जिससे गतिरोध पैदा हो गया है। प्रदर्शनकारी युवा समूहों ने चेतावनी दी है कि यदि कार्की को प्रधानमंत्री नियुक्त नहीं किया गया, तो वे विरोध जारी रखेंगे।






