प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने रूस-यूक्रेन संघर्ष पर भारत के शांति के आह्वान को दोहराया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर इस बातचीत का ब्योरा साझा किया, जिसमें क्षेत्र में स्थिरता बहाल करने के लिए समाधान की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से बात करके और हाल के घटनाक्रमों पर उनके विचार सुनकर खुशी हुई। मैंने संघर्ष के जल्द और शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर भारत की लगातार स्थिति से अवगत कराया। भारत इस संबंध में हर संभव योगदान देने के साथ-साथ यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
यह बातचीत भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार शुल्क तनाव और रूस से भारत की तेल खरीद के आरोपों के बीच हुई है, जिससे मॉस्को को यूक्रेन के खिलाफ अपनी स्थिति बनाए रखने में अप्रत्यक्ष रूप से मदद मिल रही है। विदेश मंत्रालय ने जवाब में इस बात को दोहराया और विस्तार से बताया कि कैसे अमेरिका ने रूस से तेल खरीदने के लिए भारत को अनुचित तरीके से निशाना बनाया है और अलग-थलग किया है, यह बताते हुए कि चीन और कई अन्य देश भी इसी तरह की रणनीति का पालन करते हैं।
इसके अतिरिक्त, आधिकारिक जवाब में यह भी पता चला कि संयुक्त राज्य अमेरिका भी रूस से पैलेडियम और यूरेनियम जैसी कुछ धातुओं का आयात कर रहा है।