
भारत सरकार एयर इंडिया विमान दुर्घटना पीड़ितों की पहचान से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए यूके के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही है। विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि पहचान प्रक्रिया स्थापित प्रक्रियाओं और तकनीकी विशिष्टताओं का पालन करती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि मृतकों को अत्यंत पेशेवर और सम्मानजनक तरीके से संभाला गया। डेली मेल लेख में गलत पहचान के उदाहरणों का संकेत दिया गया है, जिससे कुछ परिवारों को भारी दुख हुआ। 12 जून को हुई इस दुखद घटना में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर शामिल था, जिसमें 260 लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद की जांच में डीएनए विश्लेषण और चेहरे की पहचान का उपयोग करके अवशेषों की पहचान की गई और परिवारों को लौटा दिया गया।