
तालिबान शासन से भागकर ईरान पहुंचे अफगानों पर अब ईरान की सरकार का कहर बरप रहा है। उन्हें जबरन ईरान से निकाला जा रहा है। ईरान के सुरक्षाकर्मी जहां-तहां से अफगानियों को पकड़कर बॉर्डर पर भेज रहे हैं। इनमें वे युवा भी शामिल हैं जो पढ़ाई के लिए गए थे, लेकिन अब उन्हें अधूरी पढ़ाई के साथ वापस भेजा जा रहा है। जो नौकरी कर रहे थे, उन्हें न तो पैसे दिए जा रहे हैं और न ही ज़रूरी कागजात के अलावा कुछ लाने दिया जा रहा है।
ईरान के अधिकारी अफगान नागरिकों पर अत्याचार कर रहे हैं। इजराइल पर हवाई हमले के बाद, जब ईरान अमेरिका और नेतन्याहू पर कार्रवाई नहीं कर पाया, तो शिया सरकार ने अफगानों पर जुल्म ढाना शुरू कर दिया। उन पर इजराइल के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के अनुसार, जून से अब तक लगभग 7 लाख अफगानों को निकाला जा चुका है।






