बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के एक वर्ष पूरा होने पर, देश के विदेश संबंधों में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं। भारत के साथ रिश्तों में खटास आई है, जबकि चीन और पाकिस्तान जैसे देशों के साथ संबंध मजबूत हुए हैं। कूटनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इन परिवर्तनों का श्रेय मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की कूटनीतिक दक्षता को जाता है।
पूर्व में, शेख हसीना सरकार के दौरान भारत के साथ घनिष्ठ संबंध थे, लेकिन अब दोनों देशों के बीच दूरियां बढ़ गई हैं। इससे चिकित्सा पर्यटन, छात्र और अन्य यात्रियों की संख्या में कमी आई है, जो इलाज या अन्य उद्देश्यों के लिए भारत जाते थे।
चीन और पाकिस्तान ने भारत के साथ बिगड़ते रिश्तों का फायदा उठाने की कोशिश की है। चीन ने यूनुस को बीजिंग आने का न्योता दिया, जबकि पाकिस्तान ने धार्मिक और ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। जापान के साथ दोस्ती बढ़ी है, जबकि यूरोपीय संघ के साथ भी संबंध सुधर रहे हैं।
अमेरिका ने भी बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की कोशिश की है, लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद इसमें कुछ कमी आई है।
अंतरिम सरकार ने भारत के विकल्प तलाशने की कोशिश की है, लेकिन यह देखना होगा कि क्या वे बिना भारत के सहयोग के देश को प्रगति की ओर ले जा सकते हैं।