बांग्लादेश लगातार मुस्लिम देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। मुख्य सलाहकार मोहम्मद सऊदी और यूएई के साथ गहरे संबंध बनाने के साथ-साथ पाकिस्तान के साथ व्यापारिक और सैन्य सहयोग भी बढ़ा रहा है। अब उनकी नजरें एक और मुस्लिम देश पर हैं। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने बताया कि मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस सोमवार को कुआलालंपुर के लिए रवाना होंगे।
यह यात्रा मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के निमंत्रण पर हो रही है। बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार, अनवर इब्राहिम 2006 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता यूनुस के लंबे समय से मित्र और बांग्लादेश के प्रबल समर्थक हैं।
खबरों के अनुसार, बांग्लादेश और मलेशिया मंगलवार को पुत्रजया में उच्च स्तरीय वार्ता करेंगे, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और व्यापार, निवेश तथा श्रम सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है।
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेशी कामगारों की पारदर्शी भर्ती, ऊर्जा, व्यापार, उच्च शिक्षा, हलाल खाद्य उत्पादन, अर्थव्यवस्था और रोहिंग्या संकट के समाधान जैसे क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करना है। इस दौरान कई सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
इस यात्रा में यूनुस के साथ एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी जा रहा है, जिससे पता चलता है कि यह यात्रा कितनी महत्वपूर्ण है। इसमें विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन, प्रवासी कल्याण एवं प्रवासी रोजगार सलाहकार डॉ. आसिफ नज़रुल, ऊर्जा सलाहकार फ़ौजुल कबीर खान और बांग्लादेश निवेश विकास प्राधिकरण (BD) के कार्यकारी अध्यक्ष चौधरी आशिक महमूद बिन हारून भी शामिल हैं। इस यात्रा में द्विपक्षीय वार्ताओं के अलावा कई अन्य बैठकें भी होंगी।
मलेशियाई प्रधानमंत्री पहले ही बांग्लादेश का दौरा कर चुके हैं। अक्टूबर में मलेशियाई प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश की आधिकारिक यात्रा की थी, जो अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद किसी भी देश के अध्यक्ष की पहली यात्रा थी। उनके साथ 58 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी था, जिसमें मंत्री, उप-मंत्री, संसद सदस्य और वरिष्ठ मलेशियाई अधिकारी शामिल थे।