
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बयानों के प्रसारण पर रोक लगा दी है। सरकार ने मीडिया को चेतावनी दी है कि अगर कोई भी अखबार, टीवी चैनल या ऑनलाइन पोर्टल शेख हसीना के बयानों को प्रकाशित या प्रसारित करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सरकार का कहना है कि हसीना के बयान भ्रामक हैं और लोकतांत्रिक स्थिरता के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। सरकार ने यह भी कहा कि शेख हसीना को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने दोषी पाया है और उन पर मानवता के खिलाफ अपराधों का मुकदमा चल रहा है। सरकार के अनुसार, अवामी लीग की गतिविधियों पर पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है, और 2009 के आतंकवाद विरोधी कानून के तहत किसी प्रतिबंधित संगठन या उसके नेताओं की गतिविधियों, भाषणों या प्रचार-प्रसार को प्रकाशित करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।






