
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। रावलपिंडी की अदियाला जेल से लेकर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) तक, सेना प्रमुख जनरल असिम मुनीर के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है। इमरान खान के समर्थक उनकी तत्काल रिहाई की मांग कर रहे हैं और मुनीर के नेतृत्व वाली सेना पर “क्रूर दमन” का आरोप लगा रहे हैं।
अदियाला जेल के बाहर प्रदर्शनकारियों पर कथित तौर पर “रासायनिक पानी” का छिड़काव किया गया है, जबकि शहबाज शरीफ सरकार इस मामले पर खामोश तमाशाई बनी हुई है। जेल के बाहर की स्थिति तनावपूर्ण बताई जा रही है। इस बीच, इमरान खान के बेटों, कासिम और सुलेमान ने एक साक्षात्कार में गंभीर आरोप लगाए हैं कि उनके पिता को “डेथ सेल” में रखा गया है।
विरोध की आग पीओके तक फैल गई है। रावलकोट में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं, जो बिजली कटौती, इंटरनेट बंद होने और “लगातार शोषण” के खिलाफ अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं। रिपोर्टों से पता चलता है कि पीओके में उत्पन्न कुल बिजली का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान को आपूर्ति किया जाता है, जिससे स्थानीय निवासियों के लिए बहुत कम बचता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान की कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। भारत के राजदूत ने पाकिस्तान की आंतरिक उथल-पुथल और “आतंकवाद को बढ़ावा देने” के परिणामों पर प्रकाश डाला, जिसे उन्होंने “संवैधानिक तख्तापलट” बताया।






