पर प्रकाश डाला गया
- इजराइल के बिन्यामीना बेस को हिज्बुल्ला ने बनाया ढांचा।
- हमलों में इजराइल के करीब 70 सैनिक घायल, चार की मौत।
- इज़राइल की सुरक्षा के लिए अमेरिका THAAD सिस्टम सेटअप।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लेबनान के आतंकवादी संगठन हिजबुल्ला ने रविवार की रात इजराइल पर सबसे घातक आत्मघाती हमला किया। इस हमले में इजराइल के करीब 70 सैनिक घायल हो गए, जबकि चार की मौत हो गई। इस बीच अमेरिका भी इजरायल की सुरक्षा के लिए सक्रिय हो गया है।
अमेरिका ने इज़राइल में एक उन्नत एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम, टर्मिनल हाई-एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) की घोषणा की है। THAAD सिस्टम को संचालित करने के लिए करीब 100 अमेरिकी सैनिकों को भी स्थापित किया जा रहा है। इसका मकसद ईरान से हाल ही में हुए हमले के बाद इजरायल की हवाई सुरक्षा को मजबूत करना है।
इसलिए अमेरिका ने ये फैसला लिया
पेंटागन का कहना है कि थाड सिस्टम को स्थापित करने का निर्णय ईरान की ओर से 13 अप्रैल और 1 अक्टूबर को इजराइल द्वारा मिसाइल हमले को लेकर लिया गया था। यह सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
यह ईरान या उसके सीक्रेट से इज़राइल में होने वाले भविष्य के मिशन को कम करने में मदद करता है। THAAD सिस्टम को छोटी और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों की चुनौती के लिए डिज़ाइन किया गया है।
हिज्बुल्ला ने किया ईरानी नौसेना पर हमला!
हिजबुल्ला के हमलों के बाद रविवार को इंजीनियर इंजीनियर को हेलीकॉप्टर से अस्पताल में भर्ती कराया गया। इजरायली सेना ने हमलों में घायल और मृत सैनिकों के परिजनों को घटना की जानकारी दी है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, समुद्र के रास्ते से हिजबुल्ला ने दो आत्मघाती हमले किए, मिरसाद सऊदी इजरायल में हमले के लिए भेजे गए थे।
इब्राहीम को ईरान में अबाबिल-टी के नाम से भी जाना जाता है। देखा जाए तो ऐसा भी माना जा रहा है कि ईरान ने इस हमले में हिज्बुल्ला की मदद की है। इजराइली रिसर्च इंस्टीट्यूट अल्मा सेंटर ने बताया कि 40 किलों को उड़ाकर ले जाने में सक्षम यह डूब करीब 120 किमी प्रति घंटा की क्षमता पर हमला करने की क्षमता रखता है। यह डूब करीब 3,000 मीटर तक की उड़ान भर सकता है।
एयर डिफेंस सिस्टम को बंद कर दिया गया
शुरुआती जांच में पता चला है कि इजरायली एयरलाइंस ने दो जहाज़ों पर हमला किया था। एक को हाइफ़ा के पास प्लास्टर मारा गया। मगर, दूसरी डूबते मैदान से बेहद करीब उड़ान भरते हुए चकमा में शामिल होने आया। इसी वजह से एयर डिफेंस सिस्टम भी इसे ट्रैक नहीं कर सकता। हिज्बुल्ला ने एक बयान जारी कर हमलों की जिम्मेदारी भी ली है।
दो दिनों में इजराइल पर हुआ यह दूसरा हमला है। इससे पहले तेल अवीव के एक उपनगर में शनिवार को सूर्योदय पर हमला किया गया था। हालाँकि, उस हमले में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ था। पिछले एक साल से लेबनान के अलावा इजराइल पर कई मोर्चे जंग लड़ रहे हैं।
कई मोर्चे अकेले ही इजराइल के खिलाफ खड़े हैं
दक्षिण-पश्चिम में हमास और उत्तर में हिजबुल्ला, उत्तर-पूर्व में सीरिया और इराक के चरमपंथी गुट के साथ इजराइल लड़ाई लड़ रहा है। इसके अलावा सैकड़ों किलोमीटर दूर यमन से होती विद्रोही भी देश यहूदियों पर मिसाइलों से हमले कर रहे हैं। इन सभी एक्सिस ऑफ रेजिस्टेंस ग्रुप्स ईरान से समर्थन मिल रहा है।