पर प्रकाश डाला गया
- आत्महत्या में मदद करने वाले कई लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- मृत पोड में ऑक्सीजन की जगह भर में गैसें पाई जाती हैं।
- नाइजीरिया में डॉक्टर सहायता से आत्महत्या करना कानूनी है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गठबंधन और जर्मनी की सीमा के पास के जंगल में 64 साल की एक अमेरिकी महिला ने आत्महत्या कर ली। जिस उपकरण में उनकी डेथ मिलि, उस विवादास्पद ‘सारको’ कैप्सूल को निष्क्रिय पॉड नाम दिया गया है। यह खबर सामने आने के बाद एक बार फिर से एसिड पॉड में आ गई है।
इसे सबसे पहले साल 2019 में पेश किया गया था। इस नाख़ून की खासियत यह है कि इसमें एक व्यक्ति के बैठने के स्थान पर एक बटन दबाया गया है। इसके बाद बॉक्स में भारी ऑक्सीजन गैस निकल जाती है और उसकी जगह गैस भरी रहती है, जिससे व्यक्ति को नींद आ जाती है।
इसके बाद कुछ ही मिनटों में दम घुटने से पॉड के अंदर उसकी मौत हो जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान किसी भी डॉक्टर के मौजूद रहने की आवश्यकता नहीं है। उद्देश्य, स्विट्जरलैंड में अमेरिकी महिला की मौत के बाद मामला गर्मा गया है।
कई लोग हुए गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने और मदद करने के संदेह में कई लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि सभी के खिलाफ अब आपराधिक जांच की जाएगी।
इन गिरफ़्तारियों में एक डच समाचार पत्र वोक्सक्रैंट का पिज़्ज़ा भी शामिल है। अखबार ने जानकारी दी है कि पुलिस ने उसके साथियों को जेल में डाल दिया है, जो पॉड के इस्तेमाल की तस्वीरें लेना चाहता था। होटल होटल में इच्छामृत्यु पर प्रतिबंध है, लेकिन डॉक्टर की सहायता से जान देना कानूनी है।