पीकेके ने ली आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली, तुर्किये ने इराक-सीरिया में हवाई हमले कर बदले की कार्रवाई की

पीकेके ने ली आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली, तुर्किये ने इराक-सीरिया में हवाई हमले कर बदले की कार्रवाई की
सीसीटीवी कैमरे में कैद किए गए बंधकों की फोटोग्राफी की गई।

पर प्रकाश डाला गया

  1. तुर्किये एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज पर दो उद्यमों ने हमला किया था।
  2. कैब ड्राइवर तुर्कमेनिस्तान के 5 लोगों की हमले में मौत हो गई।
  3. तुर्किये ने आतंकवादी संगठन पीकेके के कई निशाने पर हथियार बम।

डिजिटल डेस्क, रेस्तरां। तुर्किये की राजधानी अंकारा के पास रविवार को रक्षा फर्म के मुख्यालय पर हुए हमलों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं, 22 अन्य लोग शूटिंग और बम के टुकड़ों में घायल हो गए। इसके बाद तुर्किये ने हमलों की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकवादी संगठन पीकेके के निशाने पर एयर स्ट्राइक कर हमलों का बदला लिया है।

इससे पहले कि आप तुर्किये के बदले के बारे में बताएं, पहले जानें कि रविवार को क्या हुआ था। मीडिया के अनुसार, एक महिला और एक पुरुष साथी ने तुर्किये एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (टीएआई) पर करीब 40 किमी दूर स्थित अंकारा पर घातक हमला किया।

एस्ट्रेलियन ने की पांच लोगों की हत्या

एक फोटोग्राफर ने फोटो खींचने के बाद खुद को बम से उड़ा लिया। वहीं, दूसरे साथी करीब एक घंटे से ज्यादा समय तक शूटिंग कर रहे हैं। मीडिया के अनुसार, जिस कैब का इस्तेमाल किया गया, उसके ड्राइवर की हत्या कर दी गई।

इसके बाद उनकी कार से काम पर शूटिंग और शूटिंग शुरू हो गई। इसी दौरान टीएआई के चार कर्मचारियों की उन्होंने हत्या कर दी। घटना के तुरंत बाद तुर्किये के इमाम अली येरलिकाया ने कहा कि इस बात की बहुत संभावना है कि इस हमले को कुर्द साइबर हमले ने अंजाम दिया है।

एजुकेशनल किएड कंपनी TUSAS में 10 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। यह कंपनी तुर्किये के रक्षा और उद्योग उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इस कंपनी ने देश का पहला राष्ट्रीय लड़ाकू विमान KAAN बनाया है।

यहां देखें वीडियो…

एक आत्मघाती हमलावर ने उस सुविधा में विस्फोट कर दिया, जो तुर्की के KAAN लड़ाकू जेट बनाती है।… pic.twitter.com/dcb1KzOJKu

– तुर्की (@ElephansMusk) 23 अक्टूबर 2024

तुर्किये के रक्षा उद्योग पर “जघन्या” पर हमला

तुर्क राज्य में दशकों से चल रहे विद्रोह में ग्रुप का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा, “जिस तरह से यह कार्रवाई की गई, वह संभवतः कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) से जुड़ी है।”

हमलों को सोच समझकर ऐसे समय में अंजाम दिया गया है, जब राष्ट्रपति रिपेप तैयप एर्दोगन रूस में ब्रिक्स समिति में हिस्सा लिया गया है। उन्होंने इसे तुर्किये के रक्षा उद्योग पर “जघन्या” पर हमला कर दिया है।

श्रमिक संगठन पीकेके ने ली जिम्मेदारी ली

जानकारी के अनुसार, तुर्किये में आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी संगठन पीकेके ने ली है। इसकी स्थापना 1978 में अब्दुल्ला ओक्लान ने की थी। इस संगठन को बनाने का मकसद तुर्कमेनिस्तान में कुर्दों के लिए अधिक राजनीतिक और सांस्कृतिक अधिकार हासिल करना था।

मार्क्सवादी-लेनिनवादी अलगाववादी यह संगठन धीरे-धीरे राष्ट्रवादी आंदोलन में बदल गया। इसके बाद वर्ष 1984 में कुर्द स्वाधीनता के लिए सशस्त्र विद्रोह शुरू हुआ, जिसमें हजारों लोग मारे गए। पीकेके गुरिल्ला युद्ध तुर्किस्तान की सेना और नागरिकों पर हमले करता है।

अब जानिए तुर्किये ने कैसे लिया बदलाव

देश में हुए हमलों के बाद तुर्किये की वायु सेना ने इराक और सीरिया में कुर्दिश उग्रवादियों ने हवाई हमले किए। वायु सेना का दावा है कि इस हमले में वैज्ञानिकों पर 30 से ज्यादा हमले किए गए हैं।

Keep Up to Date with the Most Important News

By pressing the Subscribe button, you confirm that you have read and are agreeing to our Privacy Policy and Terms of Use