टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, लेबनानी समूह द्वारा पीएम नेतन्याहू के आवास के पास कैसरिया में उत्तरी इजराइल पर कई रॉकेट दागे जाने के बाद जवाबी कार्रवाई में, इजराइल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले किए। इज़रायली पैदल सेना बलों ने लेबनान के अंदर अब तक का अपना सबसे व्यापक अभियान चलाया है।
इससे पहले, हिजबुल्लाह ड्रोन ने कथित तौर पर इज़राइल के शहर में एक संरचना पर हमला किया था, जिसे बाद में प्रधान मंत्री नेतन्याहू के निवास के रूप में प्रकट किया गया था। इसके जवाब में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह को चेतावनी जारी करते हुए इसे ईरान का ‘प्रॉक्सी’ बताया और उन्हें उनकी ‘गंभीर गलती’ के बारे में आगाह किया। उन्होंने कहा कि ‘हत्या’ का प्रयास उन्हें या इज़राइल को आतंकवादियों और ‘उन्हें भेजने वालों’ को ‘खत्म’ करने के प्रयासों से नहीं रोकेगा।
एएनआई ने द टाइम्स ऑफ इज़राइल का हवाला देते हुए बताया कि इज़राइल की हवाई सुरक्षा ने शनिवार सुबह लेबनान से लॉन्च किए गए दो अन्य ड्रोनों को रोका और मार गिराया, जिससे तेल अवीव में सायरन बजने लगे। एक्स पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में नेतन्याहू ने लिखा, ”ईरान के प्रॉक्सी हिजबुल्लाह द्वारा आज मेरी और मेरी पत्नी की हत्या करने का प्रयास एक गंभीर गलती थी।
यह मुझे या इज़राइल राज्य को हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अपने दुश्मनों के खिलाफ उचित युद्ध जारी रखने से नहीं रोकेगा। नेतन्याहू ने आगे ईरान को चेतावनी देते हुए कहा, ‘जो कोई भी इजरायल के नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।’
7 अक्टूबर, 2023 को इज़राइल पर हुए हमले के सूत्रधार, हमास प्रमुख याह्या सिनवार को इज़राइल द्वारा निष्प्रभावी करने के बाद चल रहे युद्ध के और तेज होने की उम्मीद है, जिसमें 1,200 से अधिक इज़राइली मारे गए थे और 250 से अधिक को बंधक बना लिया गया था। बुधवार को मारे गए सिनवार ने दो महीने पहले तेहरान में अपने पूर्ववर्ती इस्माइल हानियेह की हत्या के बाद हमास के प्रमुख का पद संभाला था।