पर प्रकाश डाला गया
- इज़रायली सैनिक की हत्या में चार साल की कैद की सज़ा।
- इजराइल की जेल से सैनिकों की रिहाई का सौदा।
एजेंसी, यरूशलम। इजरायली सेना ने हमास प्रमुख याह्या सिनवार को मार डाला। उनका जन्म 1962 में सिनवार गाजा के खान यूनिस प्रीमियर कैंप में हुआ था। उनका इजरायल के खिलाफ बहुत ही हिंसक रुख था, इसलिए यूनीस खान कासाई ने कहा था। उन्होंने स्वतंत्र फलस्टीन की स्थापना के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
सिनवार में इजरायली कैदी को ब्रेन कैंसर हुआ था
इजराइल की सेना ने सिनवार को 1990 से कुछ समय पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इजरायली अधिकारियों से पूछताछ में पता चला कि उसने 12 यहूदियों की ही बर्बरता से हत्या की थी। उसके बाद दो इजरायली सैनिकों को भी मार गिराया गया। इजराइल की अदालत ने चार साल की कैद की सजा सुनाई थी। इजराइल के कैदी सिनवार को ब्रेन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो गई, लेकिन वह बच गया।
2016 तक हमास का टॉप लीडर बन गया
हमास के लड़ाकों ने इजराइल से लड़ाई के दौरान एक सैनिक को पकड़ लिया। उसके बाद इजराइल से 1 सैनिकों के बदले याहमा सिनवार और 999 अन्य सिपाहियों को भी ले लिया गया। बताया जाता है कि 2011 में रिलीज होने के बाद पहली बार गाजा से उनका शानदार तरीके से स्वागत किया गया था। तुलना से उसकी हमास में पकड़ मजबूत बनी रही। इसे हमास की सैन्य शाखा का प्रमुख बनाया गया। 2016 में वह हमासे के टॉप लीडर्स में से एक थे।
गाजा में लम्बी और जटिल संरचना वाली सुरंगें
सिनवार ने गाजा में हमास के लिए लंबी और जटिल संरचना वाली सुरंगों का जाल बिछाया, इस्तेमाल किया गया कर आतंकवादी इजरायल के हमले से बचे हुए थे। वह खुद पिछले एक साल से परिवार के साथ बरारंगों में छिप गई थी। इजराइल की सेना भी मार नहीं पा रही थी।