पर प्रकाश डाला गया
- इल्हान उमर अमेरिकी कांग्रेस के डेमोक्रेट सदस्य हैं।
- 1995 में अमेरिका में तूफान के रूप में आई थी।
- इल्हान ने 2022 में साइके का दौरा भी किया था।
एजेंसी, वाशिंगटन डी.सी. राहुल गांधी की इल्हान उमर से मुलाकात: नेता कांग्रेस राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं। उन्होंने वाशिंगटन डीसी के रेबर्न हाउस में अमेरिकी कलाकारों के सदस्यों से मुलाकात की।
कांग्रेस के नेता ब्रैडली जेम्स शरमन ने की। इस बैठक में न्यूनतम इल्हान उमर भी मौजूद थे। उन्होंने कई बार भारत के ख़िलाफ़ बयान दिये हैं। अमेरिका में इल्हान की पहचान एक बेंचमार्क महिला के रूप में है।
अमेरिका में इल्हान और राहुल की मुलाकात
समाजवादी पार्टी के नेता राहुल गांधी अमेरिका की यात्रा पर हैं। उनके हर बयान और मुलाकात पर खूबसूरत नजरें बनी हुई हैं। मंगलवार को उन्होंने रेबर्न हाउस में अमेरिकी कांग्रेस के दार्शनिक से मुलाकात की।
इनमें ब्रैडली जेम्स शर्मन, जोनाथन जैकसन, रो खन्ना, किंग कृष्णमूर्ति, बारबरा ली, श्री स्टेटियर, जीसस जी गार्सिया, इल्हान उमर, हैंक जॉनसन और जैन शाकोव्स्की शामिल थे।
राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर हंगामा
राहुल गांधी के इल्हान उमर से मुलाकात पर विरोध शुरू हो गया है। बीजेपी नेताओं और सोशल मीडिया पर यूजर ने कांग्रेस नेता के इल्हान से मुलाकात की।
इल्हान उमर कौन हैं?
इल्हान उमर अमेरिका कांग्रेस के डेमोक्रेट सदस्य हैं। वह अमेरिकी कांग्रेस की पहली सोमाली अमेरिकी और मिनेसोटा का प्रतिनिधित्व करने वाली गैर-अश्वेत महिला हैं। इल्हान का जन्म 4 अक्टूबर 1982 को सोमालिया के मोगादिशू में हुआ था। 1991 में सोमाली गृहयुद्ध के बाद उनके परिवार ने देश छोड़ दिया। वे केन्याई अकादमी शिविर में चार साल के थे। उन्हें 1995 में अमेरिका में शरण मिली थी।
भारत विरोध कथन पर चर्चा में रही
इल्हान उमर डेमोक्रेटिक पार्टी के वामपंथी सदस्य हैं। उन्होंने भारत के ख़िलाफ़ कई दस्तावेज़ों पर बयान दिया है। अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर उमर ने कहा था कि कनाडा ने जो भारत पर आरोप लगाए हैं वो गंभीर हैं। अमेरिका की हत्या में भारत की कथित भूमिका का पता लगाने के लिए कनाडा की जांच का समर्थन करना चाहिए।
संसद में एंटी इंडिया प्रस्ताव लाया गया
जून 2022 में इल्हान उमर ने संसद में एक प्रस्ताव पेश कर भारत को एक ऐसे देश के रूप में नामांकित करने की मांग की, जहां धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति बनी हुई है। उनके प्रस्ताव का न्यूनतम रशीदा तालिब और जुआन वर्गास ने भी समर्थन किया था। इससे पहले पाकिस्तान के दौरे पर इल्हान ने सर्बिया के दौरे पर सहमति जताई थी।