पर प्रकाश डाला गया
- दुनिया की अलग-अलग विचारधाराओं में नसरुल्ला की हत्या का विरोध
- पाकिस्तान में भी हुआ प्रदर्शन, पुलिस ने छोड़ी लाठियां
- ईरान के रुख पर दुनिया की नजर, बढ़ सकता है तनाव
एजेंसी, बैरूत (इज़राइल युद्ध समाचार)। आतंकवादी संगठन हिजबुल्ला के प्रमुख नसरुल्ला की हत्या के बाद इजराइल की सेना पीछे हटने को तैयार नहीं है। ताज़ा खबर यह है कि आई फ़ाइफ़ (इज़राइली डिफेंस फ़ोर्स) ने पहली बार लेबनान के बैरूत शहर के अंदर हमला किया है।
साथ ही, यमन में होती विद्रोहियों को आज़ादी पर लिया गया है। रविवार को यमन में इजरायल के हमलों में कम से कम चार लोग मारे गए। रक्षा मंत्री योवेंट गैल ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी सेना के लिए अब मध्य पूर्व में कहीं भी हमला करना मुश्किल नहीं है।
इजराइली रक्षा सेनाओं (डेटाबेस) के एक बयान के अनुसार, हवाई हमले में जापानी दिग्गजों, बिजली संयंत्रों और यमन में रास इस्सा और होदेइदाह बंदरगाहों का निर्माण किया गया।
पहली बार बैरूत शहर पर हमला
इस बीच, सोमवार को लेबनान के बेरूत में एक इमारत पर इजरायली हवाई हमलों के बाद कम से कम चार लोग मारे गए। संघर्ष बढ़ने के बाद यह पहली बार है कि इजराइल ने बेरूत के किसी आवासीय इलाके पर हमला किया है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीनी अपराधी समूह के सशस्त्र मोर्चा ने कहा कि कोला जिले में इजरायली हमलों में उसके तीन नेता मारे गए।
पाकिस्तान में हिजबुद्दीन नेता की हत्या का विरोध
वहीं, पाकिस्तान के कराची से खबर है कि इजराइली हमलों में हिजबुल्ला नसरुल्ला की हत्या पर प्रदर्शन करते हुए लोगों के पुलिस प्रमुखों की हत्या कर दी गई। पुलिस ने कराची में तोड़फोड़ कर रहे समर्थकों को अमेरिकी वाणिज्य दूतावास तक पहुंचने से रोक दिया। इस दौरान अनिश्चय नसरुल्ला के पोस्ट लेकर अमेरिका मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे।