Moradabad उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के बिलारी थाना क्षेत्र में एक च shocking घटना घटी है, जिसमें दो सगी बहनों का एक बाइक सवार युवक द्वारा अपहरण कर लिया गया। यह घटना शनिवार शाम को स्योंडारा गांव में हुई, जब दोनों बहनें पूजा करके घर लौट रही थीं। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है और अब पुलिस ने इस मामले में सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
घटना का विवरण
शनिवार शाम लगभग छह बजे, 13 वर्षीय और 9 वर्षीय बहनें स्थानीय मंदिर में पूजा करने गई थीं। पूजा समाप्त होने के बाद, जब वे घर लौट रही थीं, तभी एक युवक उनकी ओर बाइक पर आया। आरोपी युवक ने बहनों से कहा कि उनके दादा पेट्रोल पंप के पास खड़े हैं और उन्होंने उन्हें बुलाया है। इस बात का विश्वास करके, दोनों बहनें उसकी बाइक पर बैठ गईं।
युवक ने पेट्रोल पंप की दिशा में बढ़ना शुरू किया, लेकिन जब बाइक नहीं रुकी, तब दोनों बहनें घबरा गईं और शोर मचाने लगीं। युवक ने उनकी धमकी देकर चुप कराने की कोशिश की, लेकिन छोटी बहन ने शोर मचाना जारी रखा। अंततः, युवक ने छोटी बहन को सड़क पर छोड़ दिया और बड़ी बहन को लेकर निकल गया। बाद में, आरोपी ने बड़ी बहन को भी लगभग पांच किलोमीटर दूर बेरनी-संभल मार्ग पर छोड़ दिया।
गांव में मचा हड़कंप
इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। जब पुलिस को मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने लड़कियों की तलाश में एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह और सीओ बिलारी राजेश तिवारी को मौके पर बुलाया। इसके साथ ही, एक विशेष ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का गठन किया गया ताकि आरोपी का जल्द पता लगाया जा सके।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद, पुलिस ने स्थानीय निवासियों से जानकारी एकत्रित करना शुरू किया और आसपास के क्षेत्रों में नाकाबंदी कर दी। इसी दौरान, दोनों बहनें पुलिस को मिल गईं। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई, जिसे सुनकर पुलिस के अधिकारी भी दंग रह गए। इसके बाद, पुलिस ने दोनों को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा।
एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी तलाश जारी है। पुलिस अब उन सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है जो इलाके के पेट्रोल पंप के पास लगे हुए हैं, ताकि आरोपी की पहचान की जा सके।
समाज में सुरक्षा की चिंता
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर कर दिया है। समाज में यह चर्चा का विषय बन गया है कि क्या हमारी बेटियाँ और बहनें सुरक्षित हैं? स्थानीय निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता इस घटना के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और पुलिस से मांग कर रहे हैं कि वह इस मामले में तेजी से कार्रवाई करें।
इस घटना ने माता-पिता को भी सतर्क कर दिया है। कई परिवार अब अपने बच्चों को अकेले घर से बाहर भेजने में डरने लगे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि पुलिस को न केवल इस मामले का समाधान करना चाहिए, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम भी उठाने चाहिए।
यह घटना निश्चित रूप से मुरादाबाद के स्योंडारा गांव के लिए एक चेतावनी है। जब समाज में इस तरह की घटनाएं घट रही हैं, तो हमें एकजुट होकर लड़ना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि हमारे बच्चों और परिवारों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। पुलिस की कार्रवाई इस दिशा में महत्वपूर्ण होगी, लेकिन इसके साथ ही हमें समाज के सभी सदस्यों को जागरूक करने की आवश्यकता है ताकि हम एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण समाज का निर्माण कर सकें।