Bareilly में रामलीला मेले के दौरान बवाल: एक युवक की हत्या, गांव में तैनात पुलिस

Bareilly जिले के शाही थाना क्षेत्र के जुनहाई गांव में शुक्रवार शाम को रामलीला मेले का उद्घाटन किया गया। इस मेले के उद्घाटन के साथ ही खुशी का माहौल था, लेकिन रात में अचानक स्थिति बिगड़ गई। बवाल के दौरान एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। इस घटना के बाद मेले को तुरंत बंद कर दिया गया, और गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

रामलीला मेले का शुभारंभ और बवाल की शुरुआत

गांव जुनहाई में शाम के समय रामलीला मेले का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर कुडका गांव के कई लोग भी मेले का आनंद लेने पहुंचे। मेले में आए कलाकारों और दर्शकों के बीच एक आत्मीयता थी। हालांकि, यह खुशी का माहौल लंबे समय तक नहीं टिक सका। जब मेले के कलाकार अपने ड्रेस बदल रहे थे, तभी कुडका गांव के कुछ युवक वहां बैठे हुए थे।

इस बीच, मेले की समिति के सदस्यों ने इन युवकों को वहां से हटने के लिए कहा। यह बात विवाद का कारण बनी। शुरू में दोनों पक्षों के बीच केवल कहासुनी हुई, लेकिन स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ गई। कुडका गांव के युवक वहां से चले गए, लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। रात करीब दो बजे, 10 से 12 लोग हथियारों से लैस होकर जुनहाई गांव में पहुंचे और अचानक हमला कर दिया।

हमले की भयावहता

हमलावरों ने न केवल हमला किया बल्कि फायरिंग भी की। यह देखकर आसपास के लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। मंजर बेहद भयानक था। कुछ लोगों ने बचने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गांव में स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।

इस हिंसा में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों के उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल में व्यवस्था की गई, जहां उनका इलाज जारी है।

पुलिस की कार्रवाई

घटना के बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की और हिंसा को रोका जा सके। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए गांव में गश्त बढ़ा दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी युवकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

मेले के बंद होने का असर

रामलीला मेले के बंद होने से गांव के लोगों में निराशा फैल गई है। यह मेला हर साल गांव में आयोजित होता है और लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यक्रम होता है। मेले में लोग एकत्र होकर न केवल धार्मिक गतिविधियों का आनंद लेते हैं, बल्कि आपस में सामाजिक मेलजोल भी बढ़ाते हैं। लेकिन इस बार की घटना ने सभी की खुशियों को छिन लिया है।

गांव के कुछ वरिष्ठ नागरिकों ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं समाज में हिंसा और असहिष्णुता को बढ़ावा देती हैं। उनका मानना है कि गांव में शांति और एकता बनाए रखने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।

समुदाय की प्रतिक्रिया

इस घटना पर गांव के लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई हैं। कुछ लोग इसे राजनीतिक साजिश करार दे रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि यह एक व्यक्तिगत विवाद का परिणाम है। हालांकि, सभी इस बात पर सहमत हैं कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकती।

स्थानीय युवाओं ने इस बात की शपथ ली है कि वे अपने गांव में शांति और भाईचारा बनाए रखने के लिए एकजुट होंगे। वे हिंसा के इस माहौल के खिलाफ खड़े होने की बात कर रहे हैं।

बरेली के जुनहाई गांव में रामलीला मेले के दौरान हुई इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखना कितना जरूरी है। स्थानीय प्रशासन को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

गांव के लोगों ने एकजुट होकर यह संकल्प लिया है कि वे एक-दूसरे का सहयोग करेंगे और समाज में प्रेम और भाईचारे का माहौल बनाए रखेंगे।

इस घटना के बाद, अब सभी की निगाहें पुलिस की कार्रवाई पर हैं। क्या वे इन अपराधियों को पकड़ पाएंगे? यह देखना बाकी है।

Keep Up to Date with the Most Important News

By pressing the Subscribe button, you confirm that you have read and are agreeing to our Privacy Policy and Terms of Use