Kanpur में एक ऐसा मंजर देखने को मिला, जिसने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। एक सनकी मिजाज के युवक ने अपनी ही मां को चाकू से मौत के घाट उतार दिया और बहन की जान लेने की योजना बना रहा था। यह घटना न सिर्फ हैरान करने वाली है, बल्कि सवाल खड़े करती है कि आखिर कैसे एक परिवार के भीतर इतनी नफरत पनप सकती है?
क्या हुआ था?
बुधवार की सुबह जब लोग अपने दैनिक कामों में व्यस्त थे, तभी रिफ्यूजी कॉलोनी में एक खौफनाक वारदात हुई। राजा सिंह नाम का एक युवक, जो बीजेपी का सक्रिय कार्यकर्ता और पीरनपुर शक्ति केंद्र का संयोजक भी है, अपने ही घर में घुसा और अपनी मां प्रमिला सिंह पर चाकू से हमला कर दिया। मां उस समय बहन के घर पर इलाज करा रही थीं। हमले के बाद राजा ने पुलिस को फोन करके खुद ही अपने जुर्म का इकबालिया बयान दिया, “साहब, मां को हम मार डालें हैं, अब उसे बचा लो।”
क्यों हुआ यह जघन्य कृत्य?
राजा सिंह के पड़ोसियों और परिचितों का कहना है कि वह मानसिक रूप से अस्थिर था और उसका इलाज चल रहा था। दवाएं न लेने पर वह आपा खो देता था। उसका एक युवती से प्रेम-प्रसंग था, जिसने उस पर शादी और घर का बैनामा कराने का दबाव बना रखा था। जब राजा की बहन ने इस रिश्ते का विरोध किया, तो युवती ने उसे और उसके परिवार को दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी देनी शुरू कर दी।
पुलिस और नेताओं के चक्कर लगा रहा था हत्यारा
हत्या से पहले राजा तीन दिनों से कोतवाली, चौकी और बीजेपी नेताओं के घर के चक्कर लगा रहा था। वह सभी से अपने नाम पर मकान कराने और शादी कराने की जिद कर रहा था। चौकी प्रभारी अनुज यादव ने बताया कि राजा शाम को चौकी आया था और शादी की बात कर रहा था। उसे समझाया गया कि मां के आने के बाद परिवार के बीच बातचीत होगी, लेकिन उसने अपनी सनक में आकर यह भयानक कदम उठा लिया।
परिवार का दर्दनाक इतिहास
राजा सिंह का परिवार कई सालों से रिफ्यूजी कॉलोनी में रह रहा था। उसके छोटे भाई राहुल की 2022 में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पिता धर्मेंद्र सिंह की भी कोरोना काल में मृत्यु हो चुकी थी। राजा परिवार का इकलौता बेटा था, लेकिन उसके मानसिक हालात ने उसे एक हत्यारे में बदल दिया।
पहले भी हिंसक रहा है रिकॉर्ड
राजा के सनकी मिजाज की चर्चा पहले भी होती रही है। कुछ दिन पहले ही शिव मंदिर में एक साथी पर हथौड़े से हमला कर दिया था, जिसे लोगों ने बीच-बचाव करके रोका था। उसकी हिंसक प्रवृत्ति के कारण लोग उससे दूर रहते थे।
अब क्या है पुलिस की कार्रवाई?
घटना के बाद कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हत्यारोपी अभी फरार है, लेकिन पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले में धाराएं जोड़ दी गई हैं और राजा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
समाज के लिए एक सवाल
यह घटना न सिर्फ एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के सामने यह सवाल भी खड़ा करती है कि क्या मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को नजरअंदाज करने की प्रवृत्ति ऐसे ही हादसों को जन्म दे रही है? क्या प्रशासन और समाज को ऐसे युवाओं की मदद के लिए आगे आना चाहिए?
कानपुर का यह हत्याकांड एक डरावनी सच्चाई बयां करता है, जहां पारिवारिक विवाद और मानसिक असंतुलन ने एक युवक को हत्यारा बना दिया। अब सवाल यह है कि क्या ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाएंगे?