Shahpur, मुजफ्फरनगर। पुलिस उपमहानिरीक्षक अभिषेक सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत शाहपुर थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पशु चोरी के एक मामले में शामिल दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक मुठभेड़ में घायल हो गया। पुलिस ने चोरी की गई भैंस और अवैध हथियार भी बरामद किए हैं।
घटना की पूरी कहानी
1 अप्रैल को ग्राम खतौला निवासी जुल्फकार ने शाहपुर थाना पुलिस में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई कि 31 मार्च की रात अज्ञात चोरों ने उनकी भैंस चुरा ली। शिकायत मिलते ही पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया गया और एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई।
मुठभेड़ का दृश्य
रात के अंधेरे में मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने ग्राम निरमाना के रजवाहे पर एक ट्यूबवेल के पास छिपे चोरों को घेर लिया। जैसे ही पुलिस ने उन्हें आत्मसमर्पण का आदेश दिया, आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस टीम ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक आरोपी सरफराज को घायल कर दिया, जबकि दूसरा साथी फरार होने की कोशिश में था, लेकिन पुलिस ने उसे भी धर दबोचा।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
- नवाब (पिता: नफीस), निवासी मौहल्ला कुरैशियान, बघरा, थाना तितावी
- सरफराज (पिता: इनाम), निवासी कुम्हारो वाला मौहल्ला, बघरा, थाना तितावी (घायल अवस्था में गिरफ्तार)
बरामदगी
- चोरी की गई 01 भैंस
- अवैध फायरआर्म
पुलिस टीम में शामिल अधिकारी
इस ऑपरेशन में उपनिरीक्षक गजेंद्रपाल सिंह, विकास कुमार, श्रीपाल सिंह, हैड कांस्टेबल प्रेमचंद शर्मा, कांस्टेबल ललित भाटी, विनय कुमार, ललित पायल और रितिक शामिल रहे।
पुलिस का सख्त रुख, अपराधियों के लिए चेतावनी
इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक आदित्य बंसल ने स्पष्ट किया कि जिले में किसी भी प्रकार के अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पशु चोरी, डकैती और हथियारों के अवैध इस्तेमाल के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आम जनता से भी सहयोग की अपील करते हुए कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
क्या कहता है कानून?
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 379 (चोरी) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ हा, शस्त्र अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। अगर आरोप साबित होते हैं, तो उन्हें कड़ी सजा का सामना करना पड़ सकता है।
पुलिस की सफलता पर स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
ग्रामीणों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “पिछले कुछ महीनों से इस इलाके में पशु चोरी के मामले बढ़ रहे थे। पुलिस ने जो कार्रवाई की है, वह सराहनीय है।”
पशु चोरी के मामले: एक बढ़ती समस्या
उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में पशु चोरी एक बड़ी समस्या बन चुकी है। किसानों की मेहनत से पाली गई गाय-भैंसों को चोरी करने वाले गिरोह अक्सर सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय रहते हैं। पुलिस के मुताबिक, ऐसे मामलों में गिरोह के सदस्य अक्सर हथियारों से लैस होते हैं और पुलिस से मुठभेड़ करने से भी नहीं हिचकिचाते।
आगे की कार्रवाई
थाना शाहपुर पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है। संभावना है कि इससे पहले भी उनके द्वारा की गई अन्य चोरियों के बारे में पता चल सकता है। फरार चोरों को पकड़ने के लिए भी विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
शाहपुर पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के लिए एक सख्त चेतावनी है। पुलिस का कहना है कि वह ऐसे गिरोहों के खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई करेगी। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को तुरंत दें ताकि ऐसे अपराधों पर रोक लगाई जा सके।
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(यह खबर शाहपुर थाना पुलिस द्वारा जारी आधिकारिक बयान पर आधारित है।)