Bareilly के अपराध जगत में हड़कंप मचाने वाली हनी ट्रैप गैंग की एक और सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ गई है। बारादरी थाना पुलिस ने कुख्यात अपराधी मुन्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह वही गैंग है, जो लोगों को अपने जाल में फंसाकर पहले उनका अश्लील वीडियो बनाती थी और फिर बदनामी का डर दिखाकर उनसे लाखों रुपये वसूलती थी।
इससे पहले, इस गिरोह की मुख्य सरगना माधुरी पाल, उसकी सहयोगी शीतल उर्फ रीना, मधु भारती और सत्यवीर को गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन गिरोह की एक अन्य सदस्य मुन्नी लगातार पुलिस को चकमा दे रही थी। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी, और अब सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से उसे दबोच लिया गया है।
कैसे करती थी गैंग वसूली?
यह हनी ट्रैप गैंग बेहद शातिर तरीके से काम कर रही थी। गिरोह की महिलाओं का मुख्य काम था अमीर और प्रतिष्ठित लोगों को जाल में फंसाना।
पहला स्टेप: टारगेट को किसी बहाने से बुलाया जाता था—कभी दोस्ती के नाम पर, कभी प्यार के जाल में फंसाकर।
दूसरा स्टेप: उनके लिए खाने-पीने की चीजों में नशीला पदार्थ मिला दिया जाता था।
तीसरा स्टेप: बेहोश होने के बाद अश्लील वीडियो बना लिया जाता था।
चौथा स्टेप: वीडियो वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपये की रंगदारी मांगी जाती थी।
इस गिरोह का मकसद सिर्फ पैसा कमाना ही नहीं, बल्कि पीड़ितों को मानसिक और सामाजिक रूप से तोड़ देना था।
नवाबगंज के युवक का शिकार बनी गैंग
यह मामला तब सामने आया जब नवाबगंज निवासी एक युवक ने बारादरी थाने में मामला दर्ज कराया। उसने बताया कि शीतल नाम की एक युवती ने उसे संजय नगर स्थित एक मकान में बुलाया। वहां उसे कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया गया। जब वह बेहोश हुआ तो उसका अश्लील वीडियो बना लिया गया और सोने के जेवर व नकदी लूट ली गई।
इसके बाद उससे पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। युवक ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पूरे हनी ट्रैप गैंग का भंडाफोड़ हुआ।
गिरोह के बड़े खुलासे
इस गैंग के बारे में पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, वैसे-वैसे चौंकाने वाले खुलासे होते गए।
गिरोह के कई शिकार पहले भी सामने आ चुके हैं, लेकिन डर के कारण उन्होंने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई।
गिरोह के संपर्क कुछ सफेदपोश लोगों से भी थे, जो इनके शिकार को बचाने के बदले मोटी रकम वसूलते थे।
माधुरी गिरोह का नेटवर्क बरेली के अलावा कई अन्य शहरों तक फैला था।
मुन्नी की गिरफ्तारी कैसे हुई?
पुलिस को लंबे समय से मुन्नी की तलाश थी। गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद वह फरार हो गई थी और बार-बार ठिकाने बदल रही थी। लेकिन पुलिस ने सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से उसे दबोच लिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक:
मुन्नी की गिरफ्तारी से गिरोह के और भी बड़े राज खुल सकते हैं।
शहर के कई और सफेदपोश इस मामले में फंस सकते हैं।
कुछ पीड़ित जो अब तक चुप थे, वे भी सामने आ सकते हैं।
बरेली में बढ़ते हनी ट्रैप केस – पुलिस की नई चुनौती
बरेली में हनी ट्रैप गैंग्स की बढ़ती संख्या पुलिस के लिए नई चुनौती बन गई है। इन गिरोहों का मुख्य निशाना वे लोग होते हैं जो समाज में अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने से डरते हैं।
शहर में ऐसे गिरोहों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
हनी ट्रैप के मामले सिर्फ बरेली तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे यूपी में फैल रहे हैं।
अधिकतर मामलों में पीड़ित खुद सामने आने से डरते हैं, जिससे अपराधी और ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं।
पुलिस की सख्ती और आगे की कार्रवाई
बरेली पुलिस ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए कहा है कि शहर में किसी भी हनी ट्रैप गैंग को पनपने नहीं दिया जाएगा।
संदिग्ध महिलाओं और गिरोहों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
अगर किसी को ऐसा कोई गिरोह परेशान कर रहा है, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
जल्द ही और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
बरेली के लोगों को सतर्क रहने की जरूरत
शहर के लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे मामलों से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:
अजनबियों से दोस्ती करने से पहले जांच-पड़ताल करें।
सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से बातचीत करने में सावधानी बरतें।
किसी अनजान जगह बुलाए जाने पर सतर्क रहें और अकेले न जाएं।
अगर किसी तरह की धमकी मिले, तो पुलिस को तुरंत सूचना दें।
आगे की कहानी जारी है…
बरेली में हनी ट्रैप गैंग की गिरफ्तारी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अपराधी कितना भी चालाक क्यों न हो, कानून से बच नहीं सकता। पुलिस की इस कार्रवाई से अन्य हनी ट्रैप गैंग्स पर भी शिकंजा कस सकता है।
लेकिन सवाल अब भी बरकरार है—क्या ये हनी ट्रैप गैंग पूरी तरह खत्म हो पाएंगे, या अपराध की यह काली दुनिया फिर कोई नया जाल बिछाएगी?
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