उत्तर प्रदेश के Balrampur जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। एक शादीशुदा इंजीनियर ने पहले एक युवती को प्यार के जाल में फंसाया, फिर अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। लेकिन इतना ही नहीं, हत्या को एक्सीडेंट का रूप देने के लिए युवती के शव पर कार तक चढ़ा दी। पुलिस की कड़ी मेहनत और हाई-टेक जांच के बाद इस खौफनाक मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठाया गया।
मासूम प्यार या सोची-समझी साजिश?
Balrampur पुलिस को 26 फरवरी को गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के जैतापुर इलाके में सड़क किनारे एक अज्ञात युवती का शव मिला। शुरुआती नजर में यह एक सड़क हादसा लग रहा था, लेकिन पुलिस को कुछ सुराग मिले, जिससे मामला संदिग्ध लगने लगा। शव की पहचान न होने के बावजूद, पुलिस ने इसे एक गंभीर मामला मानते हुए गहन जांच शुरू कर दी।
एसपी केशव कुमार ने बताया कि जब पुलिस ने घटना के हर पहलू को खंगाला, तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। कई टीमें बनाकर बारीकी से मामले की पड़ताल की गई, और करीब एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस को सफलता मिली।
प्रेम में मिला धोखा, शादीशुदा इंजीनियर ने प्रेमिका को उतारा मौत के घाट
बस्ती जिले के रहने वाले सुनील कुमार ठाकरे नामक इंजीनियर की शादी हो चुकी थी और उसका एक बेटा भी था। लेकिन इसके बावजूद, वह सीलम नाम की एक युवती के साथ प्रेम-प्रसंग में था। सुनील ने सीलम के लिए बस्ती शहर में किराए पर एक मकान लिया था, जहां वह उसे रखता था। यह रिश्ता करीब ढाई साल तक चला।
हालांकि, कुछ समय से सीलम शादी करने के लिए सुनील पर दबाव डाल रही थी। एक ओर सुनील की पत्नी और बेटा थे, तो दूसरी ओर सीलम की जिद। समाज में बदनामी और पहली पत्नी के होते हुए दूसरी शादी न कर पाने की मजबूरी के चलते सुनील ने खौफनाक साजिश रच डाली।
मौत की ओर बढ़ते कदम – होटल में खाना, फिर दर्दनाक हत्या
25 फरवरी को सुनील ने अपने बहनोई रामगोपाल और दोस्त जवाहरलाल के साथ मिलकर सीलम को मारने की साजिश बनाई। उसने सीलम को पटेल नगर (बस्ती) के एक होटल में खाना खाने के लिए बुलाया। तीनों ने होटल में साथ खाना खाया और फिर कार से घूमने के बहाने निकल पड़े।
कार में सुनील ड्राइविंग सीट पर था, सीलम उसके पास बैठी थी और पीछे की सीट पर रामगोपाल और जवाहरलाल बैठे थे। जब वे बलरामपुर के जैतापुर इलाके में पहुंचे, तो अचानक पीछे बैठे रामगोपाल ने सीलम के गले में बेल्ट डाल दी। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाती, तीनों ने मिलकर उसकी दम घोंटकर हत्या कर दी।
एक्सीडेंट का नाटक – शव पर चढ़ाई गई कार
हत्या के बाद सुनील और उसके साथियों ने सीलम के शव को गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के पास सड़क किनारे फेंक दिया। उन्होंने इसे एक्सीडेंट का रूप देने के लिए शव के ऊपर कार चढ़ा दी। ताकि यह लगे कि किसी तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आने से युवती की मौत हो गई।
इतना ही नहीं, पुलिस को गुमराह करने के लिए सीलम का मोबाइल फोन एक दिल्ली जाने वाली ट्रेन में रख दिया, जिससे लगे कि वह कहीं और गई थी।
पुलिस की जांच और खुलासा
बलरामपुर पुलिस ने इस केस को हल करने के लिए कई तकनीकी उपाय अपनाए। उन्होंने –
CCTV फुटेज खंगाले
मोबाइल लोकेशन ट्रैक की
सोशल मीडिया अकाउंट्स खंगाले
सर्विलांस के जरिए आरोपियों की पहचान की
करीब एक महीने की जांच के बाद पुलिस ने सुनील, रामगोपाल और जवाहरलाल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
हत्यारों का हश्र – अब जेल की सलाखों के पीछे
एसपी विकास कुमार ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इस हत्याकांड ने यह साबित कर दिया कि प्रेम-प्रसंग में धोखा और लालच किस हद तक इंसान को अंधा बना सकता है।
क्या कहती है यह घटना?
यह मामला सिर्फ एक मर्डर मिस्ट्री नहीं, बल्कि समाज में बढ़ती क्रूरता और विश्वासघात का उदाहरण है। प्यार के नाम पर किसी को धोखा देना और फिर उसकी हत्या कर देना, यह साबित करता है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आधुनिक जांच तकनीकों ने इस केस को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। लेकिन इस घटना ने कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं –
क्या समाज में रिश्तों की कीमत इतनी गिर गई है कि प्यार सिर्फ एक इस्तेमाल की चीज बन गई है?
क्या शादीशुदा लोगों को गैर-कानूनी संबंधों में पड़ने से पहले सोचना नहीं चाहिए?
क्या महिलाओं की सुरक्षा के लिए और कड़े कानूनों की जरूरत है?
अपराधियों को मिलेगी कड़ी सजा!
अब यह देखना होगा कि अदालत इस केस में क्या सजा सुनाती है। लेकिन एक बात तय है – जिसने जैसा किया, वैसा भरेगा। कानून के शिकंजे से कोई नहीं बच सकता, और यह केस इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
आप इस केस पर क्या सोचते हैं? कमेंट में अपनी राय जरूर दें!