Meerut गंगनहर के चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग पर शनिवार रात एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक कैंटर और डंपर की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस हादसे में कैंटर चालक की जलकर मौत हो गई, जबकि डंपर में सवार चार युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना डूंगर गांव के मंदिर के पास हुई, जहां आग लगने से पूरा इलाका भयावह नजारे में तब्दील हो गया।
आग की लपटों में घिरा कैंटर, चालक नहीं बच सका
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कैंटर तुरंत आग की चपेट में आ गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि चालक छवि, जो शालीमार बाग, दिल्ली का निवासी था, वाहन से निकलने में नाकाम रहा और आग में जलकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
डंपर में सवार युवकों की हालत गंभीर
हादसे में डंपर में सवार चार युवक भी बुरी तरह घायल हो गए, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोनों वाहनों के रिकॉर्ड्स की जांच की जा रही है।
क्या ओवरस्पीडिंग थी वजह?
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दोनों वाहनों की रफ्तार काफी ज्यादा थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मार्ग अक्सर ओवरस्पीडिंग वाहनों के कारण खतरनाक बना रहता है। कई बार पहले भी यहां छोटे-मोटे हादसे हो चुके हैं, लेकिन इस बार नतीजा बेहद भयानक रहा।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। दोनों वाहनों के चालकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि ओवरस्पीडिंग या लापरवाही साबित होती है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सड़क सुरक्षा को लेकर फिर उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। अक्सर देखा गया है कि भारी वाहन चालक गति सीमा का उल्लंघन करते हैं, जिसके परिणाम कभी-कभी जानलेवा साबित होते हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस मार्ग पर सख्त निगरानी और स्पीड ब्रेकर्स लगाने की मांग की है।
निष्क्रियता के चलते बढ़ रहे हैं हादसे
स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन की निष्क्रियता के कारण ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। उनका कहना है कि यदि समय रहते सख्त नियम लागू किए जाते, तो शायद यह दुर्घटना टाली जा सकती थी।
क्या हो सकती है आगे की कार्रवाई?
पुलिस ने मृतक के परिवार से संपर्क कर उन्हें मदद का आश्वासन दिया है। साथ ही, घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार द्वारा वहन किए जाने की बात कही गई है। हादसे के बाद ट्रैफिक पुलिस ने इस मार्ग पर विशेष चेकिंग अभियान शुरू करने का फैसला किया है।
यह दुर्घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी कितनी भारी पड़ सकती है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे खतरनाक मार्गों पर सख्त निगरानी बनाए रखे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।