Jhansi में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। पूर्व राज्यमंत्री रतनलाल अहिरवार की बहू संगीता की हत्या उसके पति और प्रेमी के साथ हुई शराब पार्टी के दौरान कर दी गई। यह घटना इतनी भयावह है कि पुलिस भी इसकी गुत्थी सुलझाने में उलझी हुई है। संगीता की हत्या के पीछे का मकसद अभी तक साफ नहीं हो पाया है, लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं, वे इस मामले को और भी रहस्यमय बना रहे हैं।
शराब पार्टी से शुरू हुआ खूनी सिलसिला
संगीता (36) अपने पति रविंद्र अहिरवार और तीन बच्चों के साथ झांसी के थाना कोतवाली क्षेत्र के लक्ष्मी गेट बाहर मोहल्ले में रहती थी। रविंद्र छोटे-मोटे प्राइवेट काम करता था। शुक्रवार की शाम को संगीता का प्रेमी रोहित वाल्मीकि अपने तीन दोस्तों के साथ शराब लेकर उसके घर पहुंचा। रोहित अक्सर संगीता से मिलने आता था और इस बार भी वह शराब लेकर आया था। उस समय संगीता का पति रविंद्र भी घर पर मौजूद था। तीनों ने बेडरूम का दरवाजा बंद करके शराब पीना शुरू कर दिया। करीब एक घंटे तक तीनों ने शराब का सेवन किया।
मारपीट और गाली-गलौज से भरा रहा माहौल
कुछ देर बाद कमरे से मारपीट और गाली-गलौज की आवाजें आने लगीं। पड़ोसियों ने बताया कि तीनों के बीच तेज विवाद हो रहा था। संगीता की बेटी ने जब यह आवाजें सुनीं, तो वह नीचे आई, लेकिन कमरे का दरवाजा बंद था। उसने पड़ोस में रहने वाली शंकुलता से मदद मांगी। इसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया, तो वहां का नजारा देखकर हर कोई सन्न रह गया।
कमरे में मिला भयावह नजारा
कमरे में संगीता का शव बिस्तर पर पड़ा था, जबकि उसका प्रेमी रोहित अचेत अवस्था में उसके पास ही था। संगीता के सिर पर गहरी चोट के निशान थे और उसका गला घोंटा गया था। पुलिस ने कमरे से शराब की तीन खाली बोतलें और अन्य सामान बरामद किया। संगीता के पति रविंद्र सोफे पर बेसुध पड़ा हुआ था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और थाने ले गई।
पुलिस की पूछताछ में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
पुलिस ने रोहित और रविंद्र से घंटों तक पूछताछ की। इस दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस को पता चला कि संगीता और रोहित के बीच लंबे समय से अफेयर चल रहा था। हैरानी की बात यह है कि संगीता के पति रविंद्र को भी इस रिश्ते के बारे में पता था, लेकिन उसने कभी इसका विरोध नहीं किया। अक्सर तीनों एक साथ शराब पीते थे और इसी तरह की पार्टियां करते थे।
हत्या का मकसद अभी भी रहस्य
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हत्या का मकसद अभी तक साफ नहीं हो पाया है। शराब पीने के दौरान हुए विवाद के कारण संगीता की हत्या हुई होगी, लेकिन इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। पुलिस ने संगीता के परिजनों और पड़ोसियों से भी पूछताछ की, लेकिन हत्या से जुड़ा कोई ठोस सुराग नहीं मिला।
पूर्व मंत्री के परिवार में मचा हड़कंप
संगीता की हत्या ने पूर्व राज्यमंत्री रतनलाल अहिरवार के परिवार में हड़कंप मचा दिया है। रतनलाल अहिरवार बसपा शासनकाल में राज्यमंत्री रह चुके हैं और झांसी में उनका काफी प्रभाव है। उनके भाई तुलसीराम का पुत्र रविंद्र अहिरवार संगीता का पति है। परिवार के लोग इस घटना से सदमे में हैं और पुलिस से त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की जांच जारी
झांसी पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। एसपी (सिटी) ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी शराब के नशे में होने के कारण सही जवाब नहीं दे पा रहे हैं। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही हत्या के पीछे का सच सामने आ जाएगा। संगीता के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
समाज में उठ रहे सवाल
यह घटना समाज में कई सवाल खड़े कर रही है। कैसे एक पति अपनी पत्नी और उसके प्रेमी के साथ शराब पी सकता है? क्या यह संबंधों में बढ़ती बेरुखी का नतीजा है? समाजशास्त्रियों का मानना है कि ऐसी घटनाएं समाज में नैतिक मूल्यों के पतन को दर्शाती हैं।
पुलिस को मिली चुनौती
संगीता की हत्या का मामला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। पुलिस को न केवल हत्या के मकसद का पता लगाना है, बल्कि इस मामले में शामिल सभी लोगों के बीच के रिश्तों को भी समझना है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस मामले में नए खुलासे होंगे।
झांसी में पूर्व मंत्री की बहू संगीता की हत्या का मामला दिन-ब-दिन और भी रहस्यमय होता जा रहा है। पति और प्रेमी के बीच हुई शराब पार्टी के दौरान हुई यह हत्या न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा सवाल बन गई है। पुलिस की जांच जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले का सच सामने आएगा।
यह खबर झांसी के लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है और सभी की नजरें पुलिस की जांच पर टिकी हैं। इस मामले में आगे क्या होता है, यह देखना दिलचस्प होगा।