Gorakhpur/गोरखपुर के गीडा इलाके के गाहासाड़ गांव में रविवार को बुलेट मोटरसाइकिल के साइलेंसर से निकली तेज आवाज ने एक बड़ा हंगामा खड़ा कर दिया। यह आवाज इतनी तेज थी कि यह तमंचे की गोली जैसी लग रही थी। इस आवाज को लेकर गांव के दो पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया, जो देखते ही देखते एक खूनी संघर्ष में बदल गया। ईंट-पत्थर और कुल्हाड़ियों से लैस दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जानलेवा हमला कर दिया। इस झगड़े में 22 दो पहिया और चार पहिया वाहन तबाह हो गए और कई लोग घायल हो गए।
घटना की शुरुआत
रविवार की सुबह गाहासाड़ गांव में एक युवक बुलेट मोटरसाइकिल चला रहा था। मोटरसाइकिल के साइलेंसर से निकलने वाली तेज आवाज ने गांव के एक पक्ष के लोगों को नाराज कर दिया। उन्होंने युवक से आवाज कम करने को कहा, लेकिन बात बढ़ते-बढ़ते दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हो गई। इसके बाद दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और मामला हाथापाई तक पहुंच गया।
पुलिस का हस्तक्षेप और बैठक
घटना की सूचना मिलते ही गीडा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश की और शाम को एक बैठक बुलाई। बैठक में दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई और समझौता होने की उम्मीद जताई गई। हालांकि, अचानक किसी बात पर दोनों पक्षों के बीच फिर से विवाद शुरू हो गया। इस बार विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के लोगों ने ईंट-पत्थर और कुल्हाड़ियों से एक-दूसरे पर हमला कर दिया।
पुलिस पर भी हमला
इस दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हालात इतने बिगड़ गए कि गुस्साए लोगों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को ईंट-पत्थर और कुल्हाड़ियों से जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस को भीड़ के सामने पीछे हटना पड़ा। इस दौरान गांव में तोड़फोड़ और मारपीट का दौर शुरू हो गया।
22 वाहन तबाह, कई घायल
इस हिंसक झगड़े में दोनों पक्षों के 22 दो पहिया और चार पहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। कई लोग ईंट-पत्थर और कुल्हाड़ियों से हुए हमले में घायल हो गए। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल छा गया। अधिकतर पुरुष घर छोड़कर भाग गए, जबकि महिलाएं और बच्चे डर के मारे घरों में दुबके हुए हैं।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
गीडा थाना प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह ने बताया कि हल्का सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने दोनों पक्षों के 22 लोगों के खिलाफ नामजद और अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है। इसमें त्रियुगी, प्रदीप, गिरजेश, शेषमणि, अनिरुद्ध, नौरंग, अभय, आशुतोष, शैलेंद्र, संदेश, अवधेश, राधेश्याम, दुर्गेश और मुन्ना आदि के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया है।
12 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गाहासाड़ के गिरदेश प्रसाद, आदेश प्रसाद, अंकित प्रसाद, अमित प्रसाद, दुर्गेश प्रसाद, अमित कुमार, छोटे लाल, संतकबीर नगर महुली मोलनापुर निवासी सुग्रीव, पीपीगंज डिहवा बुजुर्ग के विकास कुमार, शिवम, राहुल कुमार और पिपराइच के तुलसी देउर निवासी अमित का नाम शामिल है। इन सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
गांव में पुलिस की तैनाती
घटना के बाद से ही गांव में पुलिस की तैनाती कर दी गई है। गांव के लोगों ने बताया कि घटना के बाद से ही गांव में डर का माहौल है। लोगों ने पुलिस से गांव में शांति बनाए रखने की गुजारिश की है।
एसपी ने क्या कहा?
उत्तरी गोरखपुर के एसपी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में 22 से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी और गांव में शांति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
गांव में अभी भी तनाव
घटना के बाद गांव में अभी भी तनाव का माहौल बना हुआ है। लोगों ने बताया कि इस तरह की घटनाएं गांव में पहले कभी नहीं हुई हैं। उन्होंने प्रशासन से गांव में शांति बहाल करने की मांग की है।