UP सरकार ने बरेली के पारंपरिक उद्योगों को संजीवनी देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत बांस-बेंत, जरी-जरदोजी और सोने के उद्योग से जुड़े उद्यमियों को आर्थिक सहयोग दिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत 2 करोड़ रुपये तक का लोन और 20 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी। इसके अलावा, हर साल 400 लोगों को इस क्षेत्र में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे उद्योगों को और मजबूती मिलेगी।
बरेली के उद्योगों को सरकार का बड़ा तोहफा
बरेली का जरी-जरदोजी और बांस-बेंत उद्योग न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में अपनी खास पहचान रखता है। यह उद्योग यहां की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है, लेकिन समय के साथ इसमें आई मंदी ने कारीगरों और व्यापारियों को मुश्किल में डाल दिया था। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है।
इस योजना के अंतर्गत:
2 करोड़ रुपये तक का लोन – जिससे व्यापारी अपने बिजनेस का विस्तार कर सकें।
20 लाख रुपये तक की सब्सिडी – जिससे ब्याज और अन्य खर्चों का भार कम किया जा सके।
400 लोगों को प्रतिवर्ष ट्रेनिंग – जिससे नए उद्यमी तैयार हो सकें और पुराने कारीगरों को नई तकनीकें सिखाई जा सकें।
कौन उठा सकता है इस योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता शर्तें निर्धारित की गई हैं, जिनका पालन करना जरूरी होगा।
आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
न्यूनतम शैक्षिक योग्यता आठवीं पास होनी चाहिए।
आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
यदि आवेदक ओबीसी, एससी या एसटी वर्ग से है, तो उसे जाति प्रमाण पत्र देना होगा।
कैसे करें आवेदन?
इस योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन रखी गई है ताकि सभी इच्छुक उद्यमी आसानी से इसमें भाग ले सकें।
आवेदन करने के लिए जरूरी दस्तावेज:
आधार कार्ड
पैन कार्ड
प्रोजेक्ट रिपोर्ट
जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
आवेदन करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा या फिर नजदीकी जन सुविधा केंद्र (CSC) के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है।
बैंक से मिलेगा सीधा लोन, कोई दलाली नहीं!
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि इस योजना के तहत दिया जाने वाला लोन बिना किसी बिचौलियों की भूमिका के सीधे बैंक से मिलेगा। इससे छोटे और मध्यम वर्ग के उद्यमियों को वित्तीय सहायता में पारदर्शिता मिलेगी और उन्हें किसी प्रकार की रिश्वत या अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा।
बैंक प्रक्रिया इस प्रकार होगी:
1⃣ आवेदन स्वीकृत होने के बाद सरकार की ओर से लोन की मंजूरी मिलेगी।
2⃣ संबंधित बैंक को लोन जारी करने का निर्देश दिया जाएगा।
3⃣ लोन मिलने के बाद उद्यमी अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं।
सरकार का लक्ष्य – 10 लाख नए उद्योगों की स्थापना
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश में हर साल 10 लाख नए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) की स्थापना करना है। सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग स्वरोजगार की ओर बढ़ें और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करें।
जिला उद्योग केंद्र, बरेली के विकास यादव ने बताया कि इस योजना के तहत बरेली में 3,000 से अधिक लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।
बरेली के पारंपरिक उद्योगों को नई जिंदगी!
बरेली हमेशा से अपने जरी-जरदोजी, बांस-बेंत और सोने के व्यापार के लिए जाना जाता रहा है। यह न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी पहचान बना चुका है। लेकिन बढ़ती प्रतिस्पर्धा और आर्थिक समस्याओं के कारण कई कारीगर इस उद्योग से बाहर हो रहे थे।
अब सरकार की यह पहल बरेली के उद्योगपतियों और कारीगरों के लिए नए अवसर लेकर आई है।
ग्लोबल मार्केट तक पहुंचाने की तैयारी
उत्तर प्रदेश सरकार ओडीओपी (One District One Product) योजना के तहत बरेली के इन उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने की योजना बना रही है। इसके तहत:
ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर बिक्री का मौका मिलेगा।
विदेशों में ट्रेड फेयर और प्रदर्शनियों में भागीदारी दी जाएगी।
निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकारी प्रोत्साहन मिलेगा।
जल्दी करें आवेदन! ये मौका हाथ से न जाने दें
अगर आप बरेली के बांस-बेंत, जरी-जरदोजी या सोना उद्योग में व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए सुनहरा अवसर है।
आवेदन करने की अंतिम तिथि अभी घोषित नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी। इसलिए बिना समय गंवाए इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करें और अपने सपनों को साकार करें!