Agra का ऐतिहासिक किला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है कि छत्रपति शिवाजी महाराज की नजरबंदी वाली कोठी मीना बाजार हवेली को अधिग्रहित कर वहां एक भव्य स्मारक बनाया जाएगा। यह घोषणा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आगरा किले के जहांगीरी महल में शिवाजी महाराज की 395वीं जयंती पर की।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश सरकार से अनुमति लेकर महाराष्ट्र सरकार इस ऐतिहासिक स्थल का अधिग्रहण करेगी। उनका दावा है कि यह स्मारक इतना भव्य होगा कि इसे देखने के लिए ताजमहल से भी अधिक पर्यटक आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस विषय पर चर्चा करेंगे ताकि स्मारक निर्माण को शीघ्रता से अमल में लाया जा सके।
शिवाजी जयंती पर महाराष्ट्र का बड़ा संकल्प – आगरा को मिलेगा नया गौरव
यह तीसरा साल था जब आगरा के जहांगीरी महल में छत्रपति शिवाजी जयंती समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भावुक अपील करते हुए आगरा के जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे उत्तर प्रदेश सरकार से पैरवी करें कि यह ऐतिहासिक स्थल महाराष्ट्र सरकार को सौंप दिया जाए।
उन्होंने कहा कि आगरा मराठा इतिहास का पवित्र स्थल है, क्योंकि यहीं से शिवाजी महाराज ने औरंगजेब की कैद से मुक्त होकर हिंदवी स्वराज की नींव रखी थी। उन्होंने अपने सभी किलों को जीतकर छत्रपति की उपाधि प्राप्त की थी। ऐसे में यह स्थान मराठा संस्कृति का गौरवशाली प्रतीक बन सकता है।
नेशनल हाईवे नंबर 3 का नाम “छत्रपति शिवाजी मार्ग” करने की मांग
इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल भी मौजूद थे। उन्होंने फडणवीस से मांग की कि आगरा और मुंबई को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे नंबर 3 का नाम “छत्रपति शिवाजी मार्ग” रखा जाए।
उन्होंने कहा कि यही रास्ता था जिससे होकर छत्रपति शिवाजी आगरा पहुंचे थे। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “औरंगजेब हमारे पुरखे नहीं हैं, हमारे सच्चे नायक शिवाजी महाराज हैं“।
बघेल ने आगरा के लोगों को याद दिलाया कि कैद से मुक्त होने में शहर के लोगों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा था। इसलिए यह उचित होगा कि शिवाजी की स्मृति में इस सड़क का नाम उनके नाम पर रखा जाए।
बॉलीवुड भी हुआ भावुक – अभिनेता विकी कौशल ने जताई अपनी श्रद्धा
शिवाजी जयंती समारोह में बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता विकी कौशल भी शामिल हुए। विकी कौशल अपनी आने वाली फिल्म “छावा” में छत्रपति संभाजी महाराज का किरदार निभा रहे हैं।
इस ऐतिहासिक स्थल पर पहुंचकर विकी भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “पश्चिमी दुनिया काल्पनिक सुपरहीरोज बनाती है, लेकिन हमारे असली हीरो छत्रपति शिवाजी और संभाजी महाराज हैं।”
विकी ने जहांगीरी महल, दीवान-ए-आम और आगरा किला का दौरा किया और उन पलों को महसूस किया जब छत्रपति शिवाजी ने औरंगजेब के सामने अपनी हुंकार भरी थी।
उन्होंने कहा कि “शिवाजी महाराज की गाथाओं को फिल्मों, चित्रों और नई पीढ़ी की परवरिश के जरिए जीवित रखना जरूरी है।”
शिवाजी महाराज और आगरा – एक ऐतिहासिक झलक
➤ शिवाजी महाराज को 1666 में औरंगजेब ने आगरा बुलाया और धोखे से नजरबंद कर लिया।
➤ आगरा की कोठी मीना बाजार हवेली में उन्हें कैद रखा गया था।
➤ यहां से निकलने के बाद उन्होंने हिंदवी स्वराज की स्थापना को और मजबूत किया।
➤ इस ऐतिहासिक स्थल पर स्मारक बनाकर महाराष्ट्र सरकार शिवाजी की वीरता को अमर करना चाहती है।
महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले के मायने क्या हैं?
मराठा इतिहास को राष्ट्रीय पहचान मिलेगी।
आगरा का पर्यटन और भी आकर्षक बनेगा।
शिवाजी से जुड़ा एक और ऐतिहासिक स्थल दुनिया के सामने आएगा।
ताजमहल के अलावा आगरा में एक और बड़ा पर्यटन केंद्र विकसित होगा।
महाराष्ट्र सरकार का यह निर्णय मराठा संस्कृति, भारतीय इतिहास और आगरा के पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। अब देखना यह है कि उत्तर प्रदेश सरकार इस प्रस्ताव पर क्या रुख अपनाती है और कब तक शिवाजी महाराज के सम्मान में यह स्मारक हकीकत बनता है।
क्या महाराष्ट्र सरकार का यह फैसला ऐतिहासिक होगा? आपकी क्या राय है? कमेंट में बताएं!
शिवाजी महाराज अमर रहें! जय भवानी, जय शिवाजी!