Shamli जनपद में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपी के घर पर चंडीगढ़ ईडी की टीम ने छापा मारा। इस रेड के दौरान कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिनसे बड़ा घोटाला उजागर हुआ है।
ईडी की जांच में यह सामने आया है कि आरोपी नवाब ने सलेक विहार स्थित QFX नामक कंपनी के जरिए यूपी, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा के हजारों लोगों को निवेश का झांसा देकर करीब 210 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। पीड़ितों को जल्द ही दोगुना मुनाफा देने का लालच दिया गया, लेकिन जब पैसे वापस नहीं मिले, तो ठगी का पर्दाफाश हुआ।
कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश की लहर के बीच कई फर्जी कंपनियां उभरकर आई हैं, जो लोगों को तगड़े रिटर्न का लालच देकर उनका पैसा ठग रही हैं। इसी तरह की एक स्कीम नवाब और उसके साथियों ने चलाई।
QFX कंपनी ने अपनी स्कीम में निवेश करने वालों से कहा कि वे 6 महीने में पैसा दोगुना कर देंगे।
शुरू में कुछ निवेशकों को पैसा वापस भी मिला, जिससे और लोग इसमें शामिल होने लगे।
धीरे-धीरे कंपनी ने निवेशकों का पैसा रोकना शुरू कर दिया और फिर अचानक नवाब फरार हो गया।
जब निवेशकों को कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने पुलिस और ईडी से शिकायत कर दी।
इसके बाद चंडीगढ़ ईडी ने शामली में आरोपी के ठिकाने पर छापेमारी की।
ईडी ने आरोपी नवाब को हिरासत में लेकर कई घंटे तक पूछताछ की, जिसमें उसने कुछ अहम जानकारियां दी हैं। जांच एजेंसी को उसके पास से 94 लाख रुपये कैश, कई फर्जी दस्तावेज और निवेशकों की एक लंबी लिस्ट मिली है।
रेड के दौरान क्या हुआ?
चंडीगढ़ ईडी की टीम ने स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ के साथ मिलकर डांगरौल गांव में नवाब के घर को घेर लिया।
करीब 4 घंटे तक घर की तलाशी ली गई, जिसमें भारी मात्रा में कैश और दस्तावेज बरामद हुए।
आरोपी नवाब से ईडी अधिकारियों ने मौके पर ही पूछताछ शुरू कर दी।
घर के अन्य सदस्यों को भी जांच के दायरे में लिया गया है।
टीम ने नवाब के बैंक अकाउंट्स, डिजिटल वॉलेट्स और अन्य वित्तीय दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।
ईडी अधिकारियों का कहना है कि यह घोटाला और भी बड़ा हो सकता है और जल्द ही इसमें और नाम सामने आ सकते हैं।
निवेशकों के साथ कैसे हुआ धोखा?
क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट के नाम पर कई फर्जी स्कीम्स चल रही हैं, जिनमें भोले-भाले लोग अपनी मेहनत की कमाई लगा देते हैं।
QFX जैसी फर्जी कंपनियां लोगों को यह कहकर फंसाती हैं कि वे उनके पैसे को क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट करेंगी और 6-12 महीने में दोगुना रिटर्न देंगी।
कुछ शुरुआती निवेशकों को पैसा देकर भरोसा बढ़ाया जाता है, जिससे और लोग जुड़ते हैं।
जब बड़ी रकम इकट्ठा हो जाती है, तो कंपनी मालिक फरार हो जाते हैं।
नवाब ने भी यही ट्रिक अपनाई और सैकड़ों लोगों को करोड़ों की चपत लगा दी।
ठगी का दायरा और बढ़ सकता है!
ईडी की जांच में पता चला है कि नवाब सिर्फ यूपी ही नहीं, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में भी अपना जाल फैला चुका था।
यह संभावना जताई जा रही है कि इस घोटाले में कई बड़े नाम भी शामिल हो सकते हैं।
ईडी जल्द ही कुछ और ठिकानों पर छापेमारी कर सकती है।
इस घोटाले में नवाब के कई सहयोगियों की तलाश की जा रही है।
ईडी का कहना है कि यह सिर्फ एक राज्य तक सीमित मामला नहीं है, बल्कि अंतरराज्यीय स्तर पर ठगी की गई है।
क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने से पहले रहें सावधान!
गैर-मान्यता प्राप्त क्रिप्टो प्लेटफॉर्म में निवेश न करें।
“जल्दी अमीर बनने” वाली स्कीम्स से बचें।
किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट करने से पहले उसकी बैकग्राउंड जांच करें।
SEBI और RBI द्वारा मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म पर ही निवेश करें।
अगर आपको किसी स्कीम में संदेह हो, तो तुरंत साइबर क्राइम सेल या ईडी को रिपोर्ट करें।
आगे क्या होगा?
ईडी की इस बड़ी कार्रवाई के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
नवाब के अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
उसके बैंक खातों और प्रॉपर्टी की जांच की जा रही है।
जिन निवेशकों के पैसे फंसे हैं, उन्हें जल्द ही ईडी की ओर से जानकारी दी जाएगी।
अगर घोटाले का दायरा और बढ़ता है, तो अन्य राज्यों में भी रेड हो सकती है।
मुख्य बिंदु:
ईडी ने चंडीगढ़ से आकर शामली में छापेमारी की।
QFX कंपनी के जरिए 210 करोड़ की ठगी का खुलासा।
आरोपी नवाब से 94 लाख रुपये बरामद, बैंक अकाउंट्स की जांच जारी।
फर्जी क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट स्कीम से हजारों लोगों को चूना लगाया गया।
ईडी की जांच में और बड़े नाम सामने आने की संभावना।