QFX Scam: नई दिल्ली/मुजफ्फरनगर/शामली: क्यूएफएक्स और अन्य कंपनियों में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को बड़े सुराग हाथ लगे हैं। गिरोह के सरगना लविश और उसके एजेंटों के संबंध में अहम जानकारियां सामने आई हैं।
जांच में सामने आया है कि लविश ने ठगी के पैसों से दुबई में ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स, प्रॉपर्टी और अन्य कारोबार में अरबों रुपये का निवेश कर रखा है। यही नहीं, भारत से दुबई जाकर उससे मिलने वाले 200 से अधिक लोग अब ईडी के रडार पर आ गए हैं। माना जा रहा है कि ये लोग या तो उसकी स्कीम में इन्वेस्टर्स हैं या फिर उसके बिजनेस पार्टनर।
ईडी की टीम अब इन सभी 200 लोगों की गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही है।
दुबई में काला साम्राज्य! भारत में ठगी, विदेश में ऐश!
ईडी की जांच में यह खुलासा हुआ है कि लविश ने ठगी से कमाए पैसों को विदेश में छिपाने के लिए कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और प्रॉपर्टी डीलिंग कंपनियों में निवेश किया है।
200 लोग ईडी के निशाने पर:
इन सभी लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री, बैंक ट्रांजैक्शन और बिजनेस डीलिंग्स की जांच हो रही है। विदेश मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी से भी डेटा जुटाया जा रहा है।
कैसे फंसाया लोगों को?
लविश और उसके एजेंट बड़ी कमाई के झूठे सपने दिखाकर लोगों को अपनी स्कीम में पैसा लगाने के लिए प्रेरित करते थे।
दुबई में कई भारतीयों को फर्जी कंपनियों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स में निवेश कराने का लालच दिया गया।
कई लोग उसकी धोखाधड़ी का शिकार हो गए, जबकि कुछ लोग उसकी ठगी का हिस्सा बन गए।
ईडी का बड़ा ऐक्शन – कई राज्यों में छापेमारी!
11 फरवरी को ईडी की टीमों ने शामली, दिल्ली, हरियाणा (रोहतक), नोएडा और अन्य जगहों पर छापेमारी की।
गिरोह के सदस्य नवाब के पास से 94 लाख रुपये नकद बरामद हुए।
उसके 13 बैंक खातों से भी 35 लाख रुपये जब्त किए गए।
जांच हिमाचल प्रदेश के मंडी थाने में दर्ज FIR के बाद शुरू हुई, जिसमें 210 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का मामला सामने आया था।
कौन हैं इस घोटाले के मास्टरमाइंड?
इस पूरे घोटाले में कई नाम सामने आए हैं –
1⃣ नवाब अली उर्फ लविश (मुख्य सरगना, मुजफ्फरनगर से)
2⃣ राजेंद्र सूद (कंपनी डायरेक्टर)
3⃣ विनीत कुमार (कंपनी डायरेक्टर)
4⃣ संतोष कुमार (कंपनी डायरेक्टर)
5⃣ राशिद अली (लविश का सहयोगी, जिसकी भी जांच जारी है)
लविश के काले साम्राज्य में शामली और मुजफ्फरनगर के कई लोग शामिल हैं, जो दुबई में रहकर उसके लिए व्यापार संभालते हैं।
शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत के एजेंट भी शिकंजे में!
ईडी ने अब इन तीनों जिलों में लविश के लिए काम कर रहे एजेंटों की जांच शुरू कर दी है।
गुप्त रूप से उनके बैंक खातों का ऑडिट किया जा रहा है।
अगर किसी ने अपने खातों में जमा पैसे का हिसाब नहीं दिया, तो उनके अकाउंट्स को फ्रीज किया जाएगा।
ईडी का साफ कहना है कि इस ठगी में जो भी शामिल होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
राशिद अली कौन है? उसकी भी जांच शुरू!
लविश के खास सहयोगी राशिद अली की पहचान भी ईडी कर रही है।
कथित तौर पर लविश ने राशिद अली के नाम पर भी एक कंपनी रजिस्टर्ड कराई थी।
हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि राशिद अली असल में कौन है और कहां है।
ईडी जल्द ही इस मामले में बड़े खुलासे कर सकती है।
क्या है क्यूएफएक्स ट्रेड लिमिटेड घोटाला?
यह कंपनी निवेश के नाम पर लोगों को बड़े रिटर्न्स का झांसा देती थी।
210 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है।
इसमें कई शहरों के लोग अपने जीवनभर की कमाई गंवा चुके हैं।
अब ईडी इस मामले में सभी दोषियों पर शिकंजा कस रही है।
अगर आपने भी किसी संदिग्ध ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में पैसा लगाया है, तो सतर्क रहें और पुलिस या ईडी को तुरंत सूचित करें।
आगे क्या होगा? ईडी की अगली कार्रवाई!
लविश के सभी बैंक खातों की होगी जांच।
दुबई में उसकी प्रॉपर्टी और बिजनेस को ट्रैक किया जाएगा।
शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत के सभी संदिग्ध एजेंटों को नोटिस जारी किए जाएंगे।
200 संदिग्ध लोगों की विदेश यात्रा और लेन-देन की जांच होगी।
ठगी से बचें! ये सावधानियां रखें!
किसी भी निवेश स्कीम में पैसा लगाने से पहले उसकी असलीयत जांचें।
बड़े रिटर्न्स का झांसा देने वाली कंपनियों से सतर्क रहें।
अधिकृत और सरकारी मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म पर ही निवेश करें।
अगर आपको कोई संदिग्ध स्कीम की जानकारी मिले, तो पुलिस या ईडी को तुरंत बताएं।