Budaun उत्तर प्रदेश – कहते हैं कि कलियुग अपने चरम पर है, और यह घटना इसका जीता-जागता उदाहरण है। यूपी के बदायूं जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ इंसानियत को शर्मसार कर दिया, बल्कि रिश्तों की पवित्रता को भी तार-तार कर दिया।
एक शराबी शख्स ने अपनी ही भाभी को बना लिया हवस का शिकार, छोटे भाई की आंखों में खून उतर आया और फिर… जो हुआ, उसने पूरे गांव को दहला दिया!
कहां हुआ यह खौफनाक हत्याकांड?
मामला बदायूं के मिर्जापुर मोहसनपुर गांव का है। इस छोटे से गांव में जो घटना घटी, उसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। एक भाई ने अपने ही सगे बड़े भाई को मौत के घाट उतार दिया, और वजह बनी एक गंदा, अवैध रिश्ता।
पूरा मामला: जब भाई बना शैतान और इंसाफ बना खूनी बदला!
मृतक – हरपाल सिंह, जो कि शराब के नशे में धुत रहने वाला एक हेकड़ किस्म का आदमी था। न सिर्फ शराब का आदी था, बल्कि गांव की महिलाओं से बद्तमीजी करना उसकी आदत बन चुकी थी। यही नहीं, उसने अपनी भाभी को भी नहीं छोड़ा।
आरोपी – रजनेश उर्फ नन्हे, जिसने अपने बड़े भाई की हरकतों से परेशान होकर उसे मारने की योजना बना डाली।
हरपाल का घिनौना चेहरा: नशे में चूर, अपनी भाभी का शोषण!
हरपाल सिंह हर रोज शराब के नशे में धुत होकर अपने छोटे भाई की पत्नी पर बुरी नज़र डालता था। कई बार उसने भाभी के कमरे में जबरदस्ती घुसकर उसे परेशान किया, हाथ पकड़ा, छेड़छाड़ की, और अपनी वासना पूरी करने की कोशिश की।
जब भाई रजनेश (नन्हे) ने इसका विरोध किया, तो हरपाल उसे भी पीट देता था। उसकी दहशत इतनी थी कि घरवाले कुछ नहीं कर पाते थे।
हत्या की रात: जब सब्र का बांध टूट गया!
2 फरवरी की रात, शराब के नशे में धुत हरपाल घर पहुंचा।
रात 12 बजे, मौका देखकर वह फिर भाभी के कमरे में घुस गया।
लेकिन इस बार नन्हे की आंखों में खून उतर आया! जब उसने अपने भाई को रंगे हाथों पकड़ लिया, तो वह खुद पर काबू नहीं रख सका।
दोनों भाइयों में जबरदस्त मारपीट हुई, और गुस्से में नन्हे ने हरपाल का गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए उसने हरपाल के शव को नीम के पेड़ से लटका दिया।
पुलिस जांच में बड़ा खुलासा!
पुलिस को जब सूचना मिली, तो जांच शुरू हुई। सबसे पहले शक गांव के तीन लोगों – कल्यान, रामगुलाम और रोतास पर गया। लेकिन जब गहराई से छानबीन की गई, तो हकीकत सामने आई –
असल हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि खुद उसका सगा भाई निकला!
जब पुलिस ने नन्हे से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
परिवार की चुप्पी और गांववालों की प्रतिक्रिया
हरपाल की करतूतों से पूरा परिवार तंग आ चुका था। इसलिए मुनीश (तीसरा भाई) और उसकी पत्नी ने इस हत्या पर चुप्पी साध ली।
जब यह खुलासा हुआ, तो गांव के लोग भी हैरान रह गए। कुछ ने नन्हे को सही ठहराया, तो कुछ ने कहा कि उसे कानून का सहारा लेना चाहिए था।
अब क्या होगा नन्हे का?
अब जब नन्हे पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है, उसे IPC की धारा 302 (हत्या) के तहत जेल भेज दिया गया है।
सवाल जो उठते हैं…
1⃣ क्या अगर पुलिस पहले ही हरपाल की करतूतों पर एक्शन लेती, तो यह हत्या टल सकती थी?
2⃣ गांववालों ने उसकी हरकतें देखीं, लेकिन कोई कुछ क्यों नहीं बोला?
3⃣ क्या नन्हे को समाज निर्दोष मानकर छोड़ देगा, या कानून अपना फैसला सुनाएगा?
इस तरह की घटनाओं से सीख!
समाज में ऐसे गुनहगारों को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।
अगर कोई ऐसी हरकत कर रहा है, तो तुरंत पुलिस में शिकायत करें।
कानून को अपने हाथ में लेना हल नहीं होता, लेकिन जब हालात काबू से बाहर हों, तो सही कदम उठाना जरूरी है।