आगरा: दुनिया के सात अजूबों में से एक, ताजमहल एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार इसकी वजह इसकी खूबसूरती नहीं, बल्कि Korean University विदेशी छात्रों की एक हरकत है, जिसने भारतीय प्रशासन को सतर्क कर दिया है।
मंगलवार को कोरिया की गूमी यूनिवर्सिटी (Gumi University) के कुछ विदेशी छात्रों का एक ग्रुप ताजमहल आया। ये छात्र स्मारक के अंदर घुसकर वहां अपनी यूनिवर्सिटी का बैनर लहराते नजर आए। इतना ही नहीं, उन्होंने ताजमहल के अंदर बैनर के साथ फोटोशूट किया और वीडियो भी रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
ताजमहल में बैनर लगाना क्यों बना मुद्दा?
ताजमहल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अंतर्गत आने वाला संरक्षित स्मारक है। यहां किसी भी तरह के विज्ञापन, प्रचार, धार्मिक गतिविधि या गैर-आधिकारिक बैनर लहराने की अनुमति नहीं है। बावजूद इसके, ये छात्र अपनी यूनिवर्सिटी का प्रचार करने के लिए ताजमहल में बैनर ले आए और वहां फोटोशूट करने लगे।
![ताजमहल में विदेशी छात्रों की हरकत! Korean University का बैनर लहराने पर मचा हड़कंप, जांच में जुटी एएसआई 1 Advertisement](https://paw1xd.blr1.digitaloceanspaces.com/media/lokshakti.in/2025/02/Revised-AIPDM-WEB-BANNER-02-scaled.jpg)
जैसे ही यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, स्थानीय प्रशासन और ASI के अधिकारी हरकत में आ गए। सवाल यह उठता है कि आखिरकार इतनी कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद यह छात्र बैनर अंदर कैसे ले आए?
ASI ने शुरू की जांच, क्या हो सकती है कार्रवाई?
ASI ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि –
- ये तस्वीरें और वीडियो कब रिकॉर्ड किए गए?
- छात्रों ने सुरक्षा चेकप्वाइंट्स को कैसे पार किया?
- क्या सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही से यह घटना घटी?
- क्या छात्रों को इस नियम की जानकारी थी या उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया?
यदि यह पाया गया कि यह हरकत सुरक्षा नियमों के उल्लंघन में की गई है, तो छात्रों पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
विदेशी पर्यटकों की बढ़ती लापरवाहियां – यह पहली बार नहीं!
यह कोई पहली घटना नहीं है जब विदेशी पर्यटकों ने ताजमहल में नियमों को तोड़ा हो। इससे पहले भी कई बार विदेशी पर्यटक यहां अजीबोगरीब हरकतें कर चुके हैं –
2022 में: एक विदेशी महिला पर्यटक को ताजमहल के अंदर ड्रोन उड़ाते हुए पकड़ा गया था, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन था।
2019 में: कुछ विदेशी ब्लॉगर्स ने ताजमहल के अंदर डांस वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था, जिस पर काफी हंगामा हुआ था।
2017 में: एक विदेशी कपल ने ताजमहल के अंदर शादी का फोटोशूट किया, जिस पर प्रशासन ने उन्हें नोटिस जारी किया था।
ताजमहल में सुरक्षा इतनी सख्त फिर भी कैसे हुआ यह सब?
ताजमहल में प्रवेश से पहले सभी पर्यटकों की कड़ी जांच की जाती है। मेटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ता है, और किसी भी संदिग्ध वस्तु को अंदर ले जाने की इजाजत नहीं होती। इसके बावजूद, यह छात्र बैनर अंदर कैसे ले आए?
संभावनाएं:
सुरक्षा में चूक: हो सकता है कि सुरक्षाकर्मियों ने बैग की सही तरीके से जांच नहीं की हो।
छोटे बैनर का उपयोग: शायद छात्रों ने फोल्ड करने योग्य बैनर ले जाकर अंदर खोल लिया हो।
अंदर किसी कर्मचारी की मिलीभगत: यह भी जांच का विषय हो सकता है कि क्या किसी स्थानीय गाइड या स्टाफ ने इसमें मदद की?
सोशल मीडिया पर उठे सवाल – क्या सख्त नियमों की जरूरत?
जैसे ही यह तस्वीरें वायरल हुईं, सोशल मीडिया पर लोग नाराजगी जाहिर करने लगे।
एक यूजर ने लिखा: “अगर भारतीय पर्यटक कोरिया में ऐसा करें तो क्या वहां की सरकार इसे बर्दाश्त करेगी?”
दूसरे ने कहा: “ताजमहल हमारे देश की धरोहर है, इसे किसी के प्रचार का साधन नहीं बनने दिया जाना चाहिए!”
तीसरे यूजर ने सुझाव दिया: “अब समय आ गया है कि ताजमहल में सुरक्षा को और कड़ा किया जाए, ताकि इस तरह की घटनाएं न हों।”
क्या छात्रों पर कोई जुर्माना लगेगा?
भारत में स्मारकों के संरक्षण से जुड़े नियमों के तहत ताजमहल में किसी भी तरह की अनधिकृत गतिविधि करना गैरकानूनी है। यदि जांच में यह साबित हो जाता है कि इन छात्रों ने जानबूझकर यह हरकत की है, तो उनके खिलाफ निम्नलिखित कार्रवाई हो सकती है –
जुर्माना: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
ब्लैकलिस्टिंग: इन छात्रों को भारत में दोबारा आने से रोका जा सकता है।
कानूनी कार्रवाई: भारतीय दंड संहिता के तहत उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया जा सकता है।
पर्यटन विभाग ने क्या कहा?
इस पूरे मामले पर पर्यटन विभाग ने भी चिंता जताई है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,
“ताजमहल भारत की पहचान है। हम किसी को भी इसकी गरिमा भंग करने की इजाजत नहीं देंगे। जो भी नियमों का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
क्या भविष्य में ऐसे मामलों को रोका जा सकता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि ताजमहल जैसी ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा को और मजबूत करने की जरूरत है। इसके लिए –
एंट्री गेट पर स्कैनिंग और कड़ी करनी होगी।
CCTV कैमरों की मॉनिटरिंग 24/7 होनी चाहिए।
नियम तोड़ने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जाना चाहिए ताकि कोई दोबारा ऐसा करने की हिम्मत न करे।
ताजमहल की गरिमा बचाने के लिए सख्ती जरूरी!
ताजमहल सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि भारतीय इतिहास और संस्कृति की धरोहर है। यहां किसी भी तरह के गैर-कानूनी या अनैतिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस मामले में ASI की जांच पूरी होने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन क्या कदम उठाता है और क्या भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए कड़े नियम बनाए जाते हैं।