आगरा में Passport आवेदकों के लिए राहतभरी खबर आई है। गाजियाबाद कार्यालय से पासपोर्ट मोबाइल वैन बुधवार को आगरा पहुंची, जिसने पहले ही दिन प्रतापपुरा डाकघर में कुल 35 आवेदकों के दस्तावेजों और बायोमेट्रिक का सत्यापन किया। इस अनूठी पहल ने उन लोगों को बड़ी राहत दी है जो लंबित आवेदनों की बढ़ती संख्या के चलते अपनी पासपोर्ट प्रक्रिया को लेकर परेशान थे।
तीन दिन की विशेष सेवा, आवेदकों ने ली राहत की सांस
मोबाइल वैन की सेवा अगले दो दिनों तक यानी शुक्रवार तक आगरा में उपलब्ध रहेगी। प्रतिदिन आवेदकों को यह सुविधा दी जा रही है कि वे ऑनलाइन स्लॉट बुक करें और निर्धारित स्थान पर जाकर अपने दस्तावेजों का सत्यापन कराएं। बुधवार को शुरुआत के साथ ही यह वैन लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गई।
मोबाइल वैन की अनूठी कार्यशैली
गाजियाबाद से आई इस पासपोर्ट मोबाइल वैन का उद्देश्य लंबित आवेदनों को कम करना है। अब तक पासपोर्ट सेवा केंद्र पर आवेदकों की भारी भीड़ और लंबी प्रतीक्षा सूची परेशानी का कारण बनती थी। लेकिन इस मोबाइल वैन के आगमन ने इस समस्या को हल करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
आवेदक को सबसे पहले ऑनलाइन स्लॉट बुक करना होगा, जिसके बाद वैन में उपलब्ध कर्मचारी उनके दस्तावेजों का सत्यापन करेंगे। साथ ही, वैन में बायोमेट्रिक प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी। यह प्रक्रिया न केवल तेज है बल्कि आवेदकों को अनावश्यक लंबी कतारों से भी बचा रही है।
डाकघर पर मचा रहा हलचल का माहौल
प्रतापपुरा स्थित डाकघर में बुधवार को मोबाइल वैन के आगमन से हलचल का माहौल था। सुबह से ही आवेदकों की भीड़ जमा होने लगी थी। 35 आवेदकों ने पहले ही दिन अपने पासपोर्ट आवेदन सत्यापित कराए, जिससे यह साबित हुआ कि यह पहल आवेदकों के बीच कितनी लोकप्रिय है।
अगले गंतव्य का निर्णय गाजियाबाद से होगा
गाजियाबाद कार्यालय के कर्मचारियों ने बताया कि यह वैन केवल तीन दिनों के लिए आगरा आई है। गुरुवार और शुक्रवार को भी यह वैन डाकघर में उपलब्ध रहेगी। इसके बाद, वैन का अगला गंतव्य कहां होगा, इसका निर्णय गाजियाबाद कार्यालय द्वारा लिया जाएगा।
पासपोर्ट सेवाओं में क्रांति का प्रतीक
मोबाइल वैन की यह सेवा पासपोर्ट सेवाओं में एक क्रांति के रूप में देखी जा रही है। खासकर उन आवेदकों के लिए, जो व्यस्तता या अन्य कारणों से नियमित पासपोर्ट सेवा केंद्र नहीं जा पाते।
विशेषज्ञों की राय:
पासपोर्ट सेवाओं से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैन उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जो ग्रामीण या दूरदराज के इलाकों से आते हैं। वे अब बिना ज्यादा समय गंवाए अपने दस्तावेजों का सत्यापन करा सकते हैं।
आवेदकों की प्रतिक्रिया:
प्रतापपुरा डाकघर पर पहुंचे कई आवेदकों ने मोबाइल वैन सेवा की प्रशंसा की। आवेदक कुमार ने कहा, “मैं अपने पासपोर्ट आवेदन के लिए दो महीने से इंतजार कर रहा था। लेकिन मोबाइल वैन सेवा से मेरा आवेदन केवल कुछ ही मिनटों में सत्यापित हो गया। यह वाकई शानदार पहल है।”
दूसरी ओर, आगरा निवासी रेखा शर्मा ने कहा, “महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सेवा बहुत उपयोगी है। हमें लंबी कतारों में खड़ा नहीं होना पड़ा।”
क्या है इस सेवा का भविष्य?
गाजियाबाद कार्यालय द्वारा संचालित यह मोबाइल वैन सेवा भविष्य में अन्य शहरों में भी शुरू की जा सकती है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि यदि यह मॉडल सफल रहा, तो इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।
सरकारी दृष्टिकोण और चुनौती:
हालांकि, इस सेवा के जरिए कई समस्याओं को हल किया गया है, लेकिन इसे सुचारू रूप से लागू करने के लिए अभी भी चुनौतियां हैं। तकनीकी समस्याएं और ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की कमी इसके प्रभाव को सीमित कर सकती हैं।
पासपोर्ट मोबाइल वैन ने आगरा में आवेदकों के बीच राहत की लहर फैलाई है। यह सेवा न केवल प्रक्रिया को तेज और सुगम बना रही है, बल्कि सरकारी सेवाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। उम्मीद है कि यह पहल अन्य शहरों और कस्बों में भी सफलता के साथ लागू होगी।