Ballia जिले के बांसडीह थाना क्षेत्र में स्थित कैथवली सेंट्रल बैंक में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। बैंक मैनेजर प्रदीप माजावर की पत्नी अंजलि ने बैंक में पहुंचकर हंगामा किया और अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए। अंजलि का कहना है कि वह 10 साल से प्रदीप के साथ रिलेशनशिप में थीं, जिसके बाद उन्होंने शादी की। लेकिन शादी के बाद प्रदीप ने उन्हें छोड़ दिया।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो में अंजलि ने रोते हुए कहा, “मैं बैंक मैनेजर की पत्नी हूं। मेरे पति मुझे अकेला छोड़कर चले गए हैं। अब मैं कहां जाऊं? मेरे लिए यह जगह बिल्कुल अजनबी है। मैं बेहद असहाय महसूस कर रही हूं।”
घटना कैसे unfolded हुई?
कैथवली सेंट्रल बैंक में जैसे ही अंजलि पहुंची, वहां माहौल गर्म हो गया। उन्होंने बैंक के अंदर प्रदीप पर चिल्लाते हुए आरोप लगाना शुरू कर दिया। बैंक के कर्मचारी और वहां मौजूद ग्राहक स्तब्ध रह गए। अंजलि का दावा था कि प्रदीप ने शादी करने के बाद उन्हें त्याग दिया और अब वह अकेली और बेसहारा हो गई हैं।
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस बैंक पहुंची और अंजलि को थाने ले जाया गया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया लेकिन इस मामले ने पूरे जिले में चर्चा का माहौल बना दिया।
बैंक मैनेजर ने क्या कहा?
बैंक मैनेजर प्रदीप माजावर ने अंजलि के आरोपों को खारिज कर दिया। उनका कहना है कि यह मामला ब्लैकमेलिंग का है। उन्होंने कहा, “अलीगढ़ में पोस्टिंग के दौरान मेरी अंजलि से पहचान हुई थी। वह 25 लाख रुपये की मांग करने लगी। जब मैंने पैसा देने से इनकार किया, तो उसने मुझ पर जबरन शादी का आरोप लगाया। अदालत ने हमारी शादी को शून्य घोषित कर दिया है, और यह मामला अब कोर्ट में विचाराधीन है।”
प्रदीप ने यह भी दावा किया कि अंजलि द्वारा किया गया हंगामा पूरी तरह से उन्हें फंसाने की साजिश है। उन्होंने कहा कि अंजलि ने उनकी निजी और पेशेवर जिंदगी को बर्बाद करने की ठानी है।
वीडियो वायरल होने के बाद चर्चा तेज
इस मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब अंजलि का वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में अंजलि ने खुद को प्रदीप की पत्नी बताते हुए अपनी बेबसी जाहिर की। सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई लोग अंजलि के समर्थन में खड़े हो गए हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे एक कानूनी विवाद मान रहे हैं।
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
इस मामले पर सोशल मीडिया दो धड़ों में बंटा नजर आ रहा है। कुछ लोग अंजलि को पीड़िता मानकर उनके साहस की सराहना कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग प्रदीप के पक्ष में खड़े होकर इसे ब्लैकमेलिंग का मामला बता रहे हैं।
“अगर कोर्ट ने शादी को शून्य घोषित किया है, तो यह मामला खत्म होना चाहिए,” एक यूजर ने लिखा।
“अंजलि को इंसाफ मिलना चाहिए। अगर शादी हुई थी, तो प्रदीप को अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए,” दूसरे यूजर ने कमेंट किया।
पुलिस और कोर्ट की भूमिका
यह मामला फिलहाल कोर्ट में विचाराधीन है। पुलिस का कहना है कि वह मामले की तह तक जाएगी और दोनों पक्षों के बयान दर्ज करेगी।
स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया, “हमने दोनों पक्षों से बातचीत की है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।”
ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या
यह घटना केवल एक उदाहरण है, लेकिन यह सवाल खड़ा करती है कि ऐसे मामलों में कौन सही और कौन गलत है, इसका फैसला कैसे किया जाए। शादी, रिलेशनशिप और ब्लैकमेलिंग के मामलों में अक्सर दोनों पक्षों की अपनी-अपनी कहानी होती है।
इस घटना ने समाज में रिश्तों और उनकी जटिलताओं पर एक बार फिर से चर्चा छेड़ दी है। अदालत इस मामले में क्या फैसला सुनाएगी, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल बलिया जिले में इस घटना ने खूब सुर्खियां बटोरी हैं।