Mahoba गांधीनगर के एक छोटे से मोहल्ले में मंगलवार की सुबह तब मातम में बदल गई, जब 19 वर्षीय इंटर के छात्र यश कश्यप ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे इलाके के लिए एक दर्दनाक हादसा बन गई। यश, जो केंद्रीय विद्यालय में पढ़ता था, बीते एक सप्ताह से मानसिक तनाव में था। उसकी परेशानी का कारण उसके दोस्त बताए जा रहे हैं, जो लगातार उसे फोन कर रहे थे और घर तक पहुंच रहे थे।
यश के आखिरी पल: परिवार के लिए जीवन भर का दुख
मंगलवार सुबह यश के दो दोस्त उसके घर पहुंचे। यश ने परिवार से कह दिया था कि वे दोस्तों को कहें कि वह घर पर नहीं है। इसके कुछ ही समय बाद, यश अपने कमरे में गया और पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। परिवार ने जब यह मंजर देखा, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने तुरंत यश को नीचे उतारा और जिला अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दोस्तों की धमकियों से घिरा यश
यश के पिता कपिल कश्यप ने बताया कि उनके बेटे को पिछले कई दिनों से उसके दोस्त फोन कर परेशान कर रहे थे। दोस्तों की यह हरकत न केवल फोन तक सीमित रही, बल्कि वे यश के घर भी आने लगे। बार-बार की यह हरकत यश को भीतर से तोड़ रही थी। पिता ने यह भी बताया कि यश ने कई बार फोन उठाना बंद कर दिया था, लेकिन दोस्तों की हरकतें नहीं रुकीं।
एक सप्ताह से यह दबाव इतना बढ़ गया कि यश ने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। पिता ने यह भी बताया कि जिन नंबरों से कॉल आ रहे थे, वे अब बंद हो चुके हैं।
पुलिस जांच में जुटी, कई सवाल अनुत्तरित
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने प्राथमिक जानकारी के आधार पर जांच शुरू कर दी है। परिजनों का कहना है कि यह मामला दोस्तों द्वारा मानसिक उत्पीड़न का है। हालांकि, अब तक पुलिस यह पता लगाने में असमर्थ रही है कि यश को फोन कर परेशान करने वाले दोस्त कौन थे और उनका इरादा क्या था।
इकलौता बेटा: परिवार के लिए दुनिया का अंत
यश तीन बहनों का इकलौता भाई था। उसकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। माता-पिता का कहना है कि उनके घर का इकलौता चिराग बुझ गया। मां बार-बार अपने बेटे की तस्वीर को देखकर रो पड़ती हैं। पिता कपिल कश्यप ने कहा, “मुझे समझ नहीं आ रहा कि मेरे बेटे को आखिर इतना परेशान क्यों किया गया। अगर हमने उसकी परेशानी को पहले समझ लिया होता, तो शायद यह घटना न होती।”
दोस्तों के इरादों पर सवाल
यश के दोस्तों की हरकतों ने न केवल परिवार बल्कि पूरे मोहल्ले को सकते में डाल दिया है। आखिर वह कौन सी बात थी, जिसके चलते दोस्तों ने यश को इतना परेशान किया? पुलिस के लिए यह एक बड़ा सवाल है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि यश हमेशा शांत स्वभाव का लड़का था और पढ़ाई में अच्छा था।
मानसिक स्वास्थ्य का सवाल: क्या दबाव बना आत्महत्या का कारण?
यश की मौत के बाद यह सवाल भी उठता है कि क्या युवाओं पर दोस्ती और सामाजिक दबाव इतना बढ़ गया है कि वे आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर हो जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि युवाओं को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना चाहिए।
पुलिस की अगली कार्रवाई
पुलिस इस मामले में यश के दोस्तों की कॉल डिटेल्स खंगालने की तैयारी में है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कौन-कौन उसे फोन कर रहा था और घर आने का क्या कारण था। पुलिस ने परिवार से यह भी अपील की है कि अगर कोई और जानकारी मिलती है, तो उसे तुरंत साझा करें।
परिवार के लिए न्याय की उम्मीद
यश के माता-पिता अब पुलिस से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि उनके बेटे को परेशान करने वाले दोषियों को सजा मिले। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि ऐसे लोग सामने आएं और उन्हें उनकी गलती का एहसास हो।”