Gorakhpur (Khajni) के खजनी थाना क्षेत्र स्थित भरोहिया गांव में एक शादी के दिन ऐसी घटना घटी जिसने हर किसी को हिला कर रख दिया। यह कहानी एक धोखाधड़ी की है, जिसमें दुल्हन ने शादी के वक्त अपने पति को धोखा देकर न सिर्फ उसका दिल तोड़ा बल्कि उसकी सारी उम्मीदें भी चकनाचूर कर दीं। यह मामला उस समय सामने आया जब एक युवक सीतापुर जिले से शादी के लिए गोरखपुर के भरोहिया गांव स्थित शिव मंदिर पहुंचा था। शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी थीं, लेकिन दुल्हन की एक करतूत ने इस खुशी के मौके को बर्बाद कर दिया।
कैसे हुआ धोखा?
सीतापुर के तंबौर थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव के निवासी 40 वर्षीय कमलेश कुमार, जिनकी पहली पत्नी का निधन हो चुका था, अपनी जिंदगी के अगले अध्याय की तलाश में थे। वे घर संभालने और बच्चों की देखभाल करने के लिए फिर से शादी करना चाहते थे। इस बीच उनकी मुलाकात एक बिचौलिए से हुई, जिसने उन्हें शादी के लिए एक अच्छी लड़की का परिचय देने का वादा किया। बिचौलिए ने कमलेश को एक लड़की का फोटो दिखाया, जिसे उन्होंने पसंद किया और शादी के लिए सहमति दे दी। बिचौलिए ने उनसे शादी की प्रक्रिया के लिए 30 हजार रुपये भी ले लिए।
इसके बाद, बिचौलिए ने उन्हें सूचित किया कि शादी पक्की हो गई है और गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र स्थित भरोहिया गांव के शिव मंदिर में शादी की तारीख तय कर दी गई है। पूरी प्रक्रिया के बाद, कमलेश ने अपनी पूरी परिवार के साथ गोरखपुर पहुंचकर शादी के लिए मंदिर में तैयारियां शुरू कर दीं। कमलेश ने दुल्हन को शादी का जोड़ा, साज-श्रृंगार के सामान, ज्वेलरी और नई साड़ी दी। यह सब देखकर वे खुश थे कि अब उनका जीवन संवर जाएगा।
शादी के समय का पल-पल कष्टकारी
शादी की तैयारी पूरी हो चुकी थी और जयमाला की बारी आने वाली थी। कमलेश हाथ में वरमाला लेकर दुल्हन का इंतजार कर रहे थे। दुल्हन सुंदर जोड़े में सजी हुई थी और सब कुछ ठीक-ठाक लग रहा था। लेकिन तभी, दुल्हन ने बाथरूम जाने की बात कही और वहां से निकल गई। जब काफी देर तक दुल्हन वापस नहीं लौटी, तो कमलेश ने उसका पीछा करना शुरू किया। लेकिन जैसे ही वह बाथरूम के पास पहुंचे, उन्हें वहां कोई नहीं मिला। दुल्हन ने बाथरूम जाने का बहाना बनाया था, लेकिन असल में वह वहां से सामान और ज्वेलरी लेकर अपने मां के साथ फरार हो गई थी।
कमलेश और उनके परिवार के लोग घबराए हुए थे। उन्होंने पूरे कस्बे में दुल्हन की तलाश की और उसकी फोटो लोगों से दिखाई, लेकिन वह कहीं भी नजर नहीं आई। ऐसा लगा जैसे वह गायब हो गई हो।
कमलेश की शिकायत और पुलिस की प्रतिक्रिया
कमलेश को इस घटना से गहरा सदमा लगा। उनका पूरा सपना और भरोसा टूट चुका था। उन्होंने पुलिस से शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने बताया कि खजनी थाने में इस संबंध में अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है। एसपी साउथ जितेन्द्र कुमार ने कहा कि अगर पीड़ित पक्ष शिकायत करता है तो पुलिस मामले की जांच कर कानूनी कार्रवाई करेगी। लेकिन फिलहाल कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी, क्योंकि शिकायत आधिकारिक तौर पर दर्ज नहीं हुई है।
क्या है इस धोखाधड़ी का उद्देश्य?
इस घटना में सबसे बड़ी बात यह है कि धोखाधड़ी के इस मामले में दो महिलाएं शामिल थीं – दुल्हन और उसकी मां। दोनों ने न केवल कमलेश और उसके परिवार को ठगा, बल्कि उनकी भावनाओं के साथ भी खेला। इस धोखाधड़ी के पीछे क्या उद्देश्य था? क्या यह सिर्फ पैसे की लालच थी, या फिर इसके पीछे और भी कोई बड़ा खेल था? यह सवाल अभी भी अनसुलझा है।
शादी से जुड़ी धोखाधड़ी के मामले में बढ़ोतरी
यह मामला अकेला नहीं है। देशभर में ऐसी धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जहां एक तरफ लोग शादी के नाम पर धोखा खाते हैं, वहीं दूसरी ओर अपराधी वर्ग को इससे मुनाफा हो रहा है। ऐसे मामलों में महिलाएं और बिचौलिए मुख्य भूमिका में होते हैं, जो पैसे की लालच में इन धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक प्रकार का ‘शादी फ्रॉड’ है, जिसमें अपराधी नेटवर्क से जुड़े होते हैं। यह सिर्फ एक परिवार के लिए नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ी चिंता का विषय बन चुका है। ऐसे मामलों के बढ़ने के कारण समाज में विश्वास की कमी बढ़ती जा रही है। इस धोखाधड़ी के कारण न केवल एक व्यक्ति का दिल टूटता है, बल्कि उसके परिवार की भी इज्जत पर सवाल उठता है।
क्या इस धोखाधड़ी से बचने के उपाय हैं?
इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। सबसे पहले, विवाह के समय सभी दस्तावेजों और जानकारी की पुष्टि करना बहुत आवश्यक है। रिश्ते से जुड़ी हर बात को समझदारी से जांचें और सही लोगों से सलाह लें।
इसके अलावा, जब भी किसी बिचौलिए के माध्यम से शादी तय हो, तो पहले उसकी विश्वसनीयता को परखें और किसी भी स्थिति में पैसे का लेन-देन बिना पूरी जानकारी के न करें। यह कदम न केवल धोखाधड़ी से बचने में मदद करेगा, बल्कि भविष्य में रिश्तों को बेहतर बनाने में भी सहायक होगा।
गोरखपुर में हुई इस धोखाधड़ी ने शादी के पवित्र बंधन को एक शर्मनाक मोड़ पर ला खड़ा किया। जहां लोग उम्मीद करते हैं कि शादी के बाद जीवन में खुशियाँ आएंगी, वहीं इस घटना ने यह साबित कर दिया कि ऐसे धोखाधड़ी के मामलों के कारण लोग अब शादी के नाम से भी डरने लगे हैं। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि इस तरह के धोखाधड़ी मामलों में समाज और पुलिस की भूमिका क्या होनी चाहिए।