Agra का इस्लाम नगर क्षेत्र, जो अपने शांतिपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता था, अब उस समय के सबसे भयावह और दिल दहला देने वाले हत्याकांड की वजह से चर्चा में है। यहां के अरशद नामक युवक ने अपनी मां और चार बहनों की निर्मम हत्या कर दी। घटनाक्रम के बारे में जानकारी मिलते ही, मोहल्ले में सनसनी फैल गई। पड़ोसी अरशद को सिरफिरा और खतरनाक मानते थे। इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि अरशद ने आखिर यह हिंसक कदम क्यों उठाया और क्या थे उसके कारण?
अरशद और उसके परिवार का इतिहास
अरशद का परिवार पहले दिल्ली में रहता था। कुछ साल पहले परिवार के सदस्य नौकरी की वजह से आगरा में बस गए थे। उनकी कहानी भी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं है। दिल्ली में अपने जीवन को सुचारू रूप से चलाते हुए, एक दिन अचानक काम से हाथ धो बैठने के बाद परिवार ने आगरा का रुख किया। यहां इस्लाम नगर में किराए के मकान में रहने के बाद उन्होंने कुछ जमीन खरीदी और फिर अपना नया घर बनाया। धीरे-धीरे बस्ती में पहचान बनाने लगे, लेकिन उनकी पहचान का एक काला पहलू भी था, जिसे लोग आज बता रहे हैं।
अरशद का परिवार और पड़ोसियों से रिश्ता
अरशद के घर का माहौल बहुत ही घमंडपूर्ण था। पड़ोसियों के अनुसार, अरशद का व्यवहार अजीब और खतरनाक था। वह अपनी मां और बहनों के साथ अत्यधिक क्रूरता से पेश आता था। मोहल्ले के लोग बताते हैं कि अरशद का रोज का दिन अपने परिवार के साथ मारपीट करने में ही गुजरता था। यह बात साफ तौर पर दिखाई देती थी कि उसकी मां और बहनें घर में कैद जैसी जिंदगी जीने को मजबूर थीं।
पड़ोसियों के अनुसार, अरशद अपने परिवार को घर से बाहर नहीं निकलने देता था और अगर वे बाहर जाने की कोशिश करते तो उसे गुस्से में आकर उन पर हमला कर देता था। यह सब देखकर मोहल्ले के लोग डरते थे और इस वजह से कोई भी उससे बात करने की हिम्मत नहीं करता था। इसके अलावा, पड़ोसियों ने यह भी बताया कि अरशद का संबंध किसी से नहीं था, न तो किसी से दोस्ती थी और न ही किसी से कोई अच्छी बात होती थी।
एक और क्रूरता: अरशद और उसकी पत्नी का रिश्ता
अरशद की शादी 28 जुलाई 2019 को हुई थी। उसकी पत्नी, चांदनी, एक स्थानीय बस्ती में रहती थी। शादी के बाद जब चांदनी ने अपने ससुराल में आकर अरशद और उसके परिवार का व्यवहार देखा, तो वह समझ गई कि यहां कुछ ठीक नहीं है। अरशद अपनी पत्नी से भी मारपीट करता था, जिससे चांदनी बेहद परेशान हो गई। चांदनी के माता-पिता ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया था, लेकिन इस सब का कोई हल नहीं निकला। सिर्फ दो महीने में ही चांदनी को यह घर इतना खतरनाक लगने लगा कि उसने वापस अपने मायके जाने का फैसला किया। बाद में उसने अरशद से तलाक ले लिया।
आखिरकार 18 दिसंबर को क्या हुआ?
18 दिसंबर को अरशद का परिवार अजमेर यात्रा पर गया था। इस दौरान अरशद ने एक वीडियो बनाकर बस्ती के कुछ लोगों पर गंभीर आरोप लगाए। वीडियो में अरशद ने कहा कि बस्ती वाले उसकी बहनों को हैदराबाद में बेचने की कोशिश कर रहे थे। उसने यह भी आरोप लगाया कि उसकी हत्या की योजना बनाई जा रही थी ताकि उसका परिवार बर्बाद हो सके।
उसने दावा किया कि बस्ती में रहने वाले कुछ लोग उसके घर पर कब्जा करना चाहते थे और इसके लिए वह और उसका पिता भी जेल भेजने की योजना बना रहे थे। यह वीडियो धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसे लेकर सस्पेंस और विवादों का दौर शुरू हो गया।
माता-पिता और बहनों की हत्या का भयानक विवरण
20 दिसंबर को अरशद ने अपने घर में जो किया, वह किसी के भी होश उड़ा देने वाला था। उसने अपनी मां और चार बहनों की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, अरशद ने अपनी मां अस्मा और बहनों को मौत के घाट उतार दिया, जबकि वे घर में पूरी तरह से बंद थीं और किसी प्रकार की मदद की उम्मीद नहीं कर सकती थीं।
#Lucknow असद ने अपने बाप के साथ मिलकर अपनी मां और 4 बहनों की गला काटकर हत्या कर दी.
लखनऊ के एक होटल में हत्या करने के बाद इसने ये वीडियो बनाया. pic.twitter.com/a6GZQrXx9V
— News & Features Network (@newsnetmzn) January 1, 2025
मोहल्ले में यह खबर फैलते ही लोगों ने आश्चर्यचकित होकर इसे आत्महत्या का मामला समझा, लेकिन बाद में जब जांच शुरू हुई तो यह हत्याकांड सामने आया। पुलिस ने इस मामले में छानबीन की और पाया कि अरशद पहले से ही मानसिक रूप से अस्वस्थ था और उसके परिवार के सदस्यों के साथ उसका अत्यधिक हिंसक व्यवहार उसके मनोविकृति का संकेत था।
पुलिस की जांच और आगे की स्थिति
पुलिस ने अरशद को गिरफ्तार कर लिया और मामले की जांच शुरू की। पुलिस का कहना है कि अरशद ने अपनी मां और बहनों की हत्या करने के बाद खुद को निर्दोष साबित करने के लिए बस्ती वालों पर आरोप लगाए। अब यह सवाल उठता है कि क्या अरशद ने इस कांड को अकेले अंजाम दिया था, या फिर इसके पीछे कोई और साजिश थी। पुलिस की जांच जारी है और जल्द ही इस मामले में और भी चौंकाने वाली बातें सामने आ सकती हैं।
बस्ती के लोग क्या कहते हैं?
बस्ती के लोग इस कांड से काफी आहत हैं। मोहल्ले के निवासी साहिल ने बताया कि अरशद का व्यवहार हमेशा ही हिंसक था। लोग उसे सिरफिरा मानते थे, क्योंकि वह किसी से भी बिना कारण झगड़ा कर लेता था। मोहल्ले में सभी यह मानते थे कि अरशद का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था, लेकिन कोई भी इस खौफनाक हत्याकांड की कल्पना नहीं कर सकता था।
अरशद के द्वारा किए गए इस कांड ने न सिर्फ आगरा, बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। यह घटना मानसिक स्वास्थ्य, घरेलू हिंसा और सामाजिक ताने-बाने के बारे में गंभीर सवाल खड़ा करती है। क्या अरशद की हिंसक प्रवृत्तियों को समय रहते पहचानकर उसके परिवार की मदद की जा सकती थी? क्या हमें समाज में बढ़ती घरेलू हिंसा को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाने की जरूरत है? ये सवाल शायद इस हत्याकांड के बाद और भी गंभीर हो गए हैं, जिनका जवाब भविष्य में खोजा जाना जरूरी होगा।