वाराणसी (उत्तर प्रदेश): साइबर अपराधियों ने इस बार ठगी का ऐसा जाल बुना, जिसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाए। वाराणसी के खजुरी पांडेयपुर निवासी सर्वेश कुमार चौबे को उद्योगपति Mukesh Ambani के नाम पर ठग लिया गया। जालसाजों ने पहले खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और फिर 500 करोड़ रुपये के अस्पताल में साझेदार बनने का झांसा देकर सर्वेश से चार लाख 49 हजार रुपये ऐंठ लिए।
घटना की शुरुआत फेसबुक मैसेंजर पर आए एक कॉल से हुई। सर्वेश के अनुसार, कॉल करने वाली महिला ने अपना नाम मोहिता शर्मा बताया और खुद को सीबीआई ऑफिसर के रूप में पेश किया। उसने बताया कि सरकार ने उसे Mukesh Ambani के विशेष कार्यों की देखरेख के लिए नियुक्त किया है। इसके बाद उसने एक दिलचस्प कहानी सुनानी शुरू की।
“कौन बनेगा करोड़पति” का झांसा देकर फंसाया
महिला ने सर्वेश को यह कहते हुए चौंका दिया कि उन्होंने कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में चार करोड़ 70 लाख रुपये जीत लिए हैं। सर्वेश को बधाई देते हुए उसने यह भी कहा कि उन्हें यह राशि जल्द ही मुकेश अंबानी के निर्देश पर प्रदान की जाएगी। यह सुनते ही सर्वेश चकाचौंध में आ गए।
इसके बाद महिला ने एक और बड़ी योजना का खुलासा किया। उसने कहा कि मुकेश अंबानी पूर्वांचल क्षेत्र में 500 करोड़ रुपये का एक अत्याधुनिक अस्पताल खोलने की योजना बना रहे हैं। इस परियोजना में उन्हें एक “योग्य साझेदार” की तलाश है। महिला ने सर्वेश को इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने का प्रस्ताव दिया और उनका व्हाट्सएप नंबर मांगा।
मुकेश अंबानी के नाम पर ठगी का खेल
मोहिता शर्मा ने सर्वेश को एक फोन नंबर दिया और कहा कि यह नंबर खुद मुकेश अंबानी का है। उस नंबर पर कॉल करने के बाद, एक व्यक्ति ने फोन उठाया और खुद को मुकेश अंबानी बताया। उसने बड़े आत्मविश्वास से अपनी पहचान पेश की, जिससे सर्वेश को विश्वास हो गया कि वह सचमुच भारत के सबसे बड़े उद्योगपति से बात कर रहे हैं।
“मुकेश अंबानी” बने उस व्यक्ति ने कहा कि सर्वेश को इस अस्पताल परियोजना में 10% हिस्सेदारी दी जाएगी। लेकिन इसके लिए उन्हें शुरुआती निवेश के तौर पर चार लाख 49 हजार रुपये जमा करने होंगे। सर्वेश ने झांसे में आकर यह रकम ट्रांसफर कर दी।
पुलिस में शिकायत, ठगों की तलाश जारी
ठगी का एहसास होने के बाद, सर्वेश ने तत्काल लालपुर पांडेयपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जालसाजों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और साइबर सेल को इस मामले की जांच सौंपी गई है। अधिकारियों ने बताया कि ठगों ने बहुत ही पेशेवर तरीके से सर्वेश को अपने जाल में फंसाया।
साइबर अपराधों का बढ़ता खतरा
यह मामला केवल एक व्यक्ति को ठगने का नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे साइबर अपराधी बड़े उद्योगपतियों और सरकारी अधिकारियों के नाम का इस्तेमाल करके लोगों को फंसाते हैं। फेसबुक, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि ठग पहले पीड़ित की व्यक्तिगत जानकारी जुटाते हैं, फिर विश्वास जीतने के लिए बड़ी-बड़ी कहानियां गढ़ते हैं। इस तरह के मामले में, “कौन बनेगा करोड़पति” और मुकेश अंबानी जैसे नामों का इस्तेमाल कर ठगों ने बेहद शातिराना तरीके से अपना काम किया।
सावधानी ही बचाव है
साइबर अपराधों से बचने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है। अगर किसी अनजान व्यक्ति का कॉल या मैसेज आए, तो उसकी सत्यता की जांच जरूर करें।
इन टिप्स को ध्यान में रखें:
- किसी भी बड़े नाम या संस्थान के नाम पर आने वाले कॉल्स पर तुरंत भरोसा न करें।
- अपने बैंकिंग विवरण या निजी जानकारी किसी को न दें।
- साइबर ठगी के मामलों की तुरंत रिपोर्ट करें।
- सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी कम से कम शेयर करें।
पुलिस की अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को भी इस तरह की कॉल या मैसेज मिले, तो तुरंत साइबर सेल या नजदीकी थाने में संपर्क करें। ठगी के ऐसे मामलों को रोकने के लिए सामूहिक जागरूकता बहुत जरूरी है।
मुकेश अंबानी का बयान नहीं आया
हालांकि, इस घटना पर अब तक रिलायंस इंडस्ट्रीज या मुकेश अंबानी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
यह घटना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि साइबर अपराधी लगातार नई रणनीतियां अपना रहे हैं। बड़े नामों और प्रतिष्ठानों का इस्तेमाल करके लोगों को ठगना उनका नया हथकंडा बन गया है। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन जागरूकता ही एकमात्र उपाय है, जिससे लोग खुद को इन खतरों से बचा सकते हैं।
More Stories
विदिशा में कलेक्टर ने थामा चक व दश्तर, खुद के छात्रों को द्वीपसमूह तो स्थापित की गई चित्रों की तस्वीरें दिखाईं
मार्निंग वाक कर रही तीन महिलाओं को डाक पार्सल लिखे कंटेनर वाहन ने मारी टक्कर, हादसे में आरक्षक की पत्नी की मौत
जापान की हवा खराब से ठंड में नहीं जलेंगे, नगर निगम निगम होना, सबसे ठंडा रहना मंडला