Bareilly के सिरौली थाना क्षेत्र के गांव कल्याणपुर में बुधवार को हुए भीषण विस्फोट ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। यह विस्फोट एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुआ, जिसके चलते दो मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इस दर्दनाक हादसे में छह लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें दो महिलाएं और दो बच्चे भी शामिल थे। प्रशासन ने शनिवार को इस क्षेत्र में खतरनाक स्थिति में खड़े दो मकानों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें गिरा दिया। इन मकानों से और दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई थी।
विस्फोट के बाद मकानों पर चला बुलडोजर
धमाके के बाद प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई। विस्फोट में नासिर शाह और उसके ससुर रहमान शाह के घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए थे। इसके अलावा पड़ोसी बाबू और अन्य लोगों के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए थे। विस्फोट के कारण इन मकानों का जो हिस्सा बचा हुआ था, वह भी किसी भी समय गिर सकता था, जिससे इलाके के लोगों की जान को खतरा था। बाबू और रहमान शाह ने पुलिस और प्रशासन से अपने मकानों को गिराने की अनुमति मांगी थी।
शनिवार को पुलिस और फॉरेंसिक टीम की निगरानी में दोनों मकानों को बुलडोजर से गिरा दिया गया। मौके पर फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने विस्फोट के कारणों की गहराई से जांच के लिए नमूने भी एकत्र किए। सिरौली थाना के इंस्पेक्टर प्रयागराज सिंह ने बताया कि मौके से पटाखों के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले कई उपकरण मिले हैं, जिनमें सुतली, खोखे और बारूद शामिल हैं।
अवैध पटाखा फैक्ट्री का पर्दाफाश
प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि रहमान शाह के घर में अवैध पटाखा फैक्ट्री संचालित हो रही थी। नासिर शाह, जो कल्याणपुर गांव में अपने ससुर के घर में रह रहा था, वहां लंबे समय से पटाखे बना रहा था। बुधवार को हुए विस्फोट ने इस अवैध गतिविधि का पर्दाफाश कर दिया। विस्फोट इतना भीषण था कि पास के पांच मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गए।
पुलिस के अनुसार, नासिर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और उसे जेल भेज दिया गया था। शनिवार को अस्पताल में भर्ती रहमान शाह को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। विस्फोट के कारण रहमान भी घायल हो गया था, लेकिन अब उसकी हालत सामान्य बताई जा रही है। सिरौली थाना के इंस्पेक्टर ने बताया कि रहमान शाह से पुलिस थाने में पूछताछ की जा रही है।
विस्फोट की जांच जारी
धमाके की वजह से फैली तबाही के बाद से पूरे इलाके में डर और दहशत का माहौल है। फॉरेंसिक टीम द्वारा विस्फोट की तीव्रता और इसके कारणों का पता लगाने के लिए मौके से एकत्र किए गए नमूनों की जांच की जा रही है। इन नमूनों की रिपोर्ट सोमवार तक आने की उम्मीद है, जिससे विस्फोटक की प्रकृति और इसकी तीव्रता का पता चल सकेगा।
शनिवार को मकान ढहाए जाने के दौरान भी पांच नए नमूने एकत्र किए गए, जिन्हें फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। इनकी रिपोर्ट आने के बाद विस्फोट के बारे में और जानकारी मिल सकेगी। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिले हैं कि पटाखों में इस्तेमाल होने वाले बारूद से विस्फोट हुआ था, लेकिन पुलिस अभी विस्तृत जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
रहमान शाह और नासिर के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
इस हादसे के बाद नासिर शाह और रहमान शाह समेत सात लोगों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। नासिर को तो पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, और शनिवार को रहमान शाह को भी गिरफ्तार कर लिया गया। अब तक की जांच से यह साफ हो चुका है कि रहमान शाह के घर में अवैध पटाखा फैक्ट्री चल रही थी, जहां भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री का संग्रहण किया गया था।
पुलिस को रहमान के घर से प्लास्टिक के खोखे, सुतली और अन्य सामग्री भी मिली है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यहां पर बड़ी मात्रा में पटाखे बनाए जा रहे थे। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इससे न सिर्फ रहमान का घर बल्कि आसपास के मकान भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गए।
विस्फोट की तीव्रता और सवाल
धमाके की तीव्रता को लेकर इलाके में कई सवाल उठ रहे हैं। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि पास के पांच मकान जमींदोज हो गए। जांच में पाया गया है कि अवैध फैक्ट्री में अत्यधिक तीव्रता वाले पटाखे बनाए जा रहे थे, जिससे इस तरह का भयानक हादसा हुआ। रहमान शाह और उसके पड़ोसी बाबू के मकानों की स्थिति देखकर धमाके की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
वहीं, विस्फोट के बाद से इलाके के लोगों में भारी दहशत का माहौल है। प्रशासन द्वारा किए गए त्वरित कार्रवाई से स्थानीय निवासियों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन हादसे की भयावहता ने कई परिवारों को बेघर कर दिया है। इलाके में अभी भी बाकी बचे तीन मकानों को लेकर प्रशासन सतर्क है, जिन पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी।
भविष्य में ऐसे हादसों से बचने की जरूरत
बरेली में हुए इस हादसे ने एक बार फिर से अवैध पटाखा फैक्ट्रियों के खतरों को उजागर कर दिया है। दिवाली और अन्य त्योहारों के दौरान अवैध रूप से पटाखे बनाने और बेचने का धंधा अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनता है। इस प्रकार की घटनाएं न केवल जान-माल का नुकसान करती हैं, बल्कि समाज में भय और असुरक्षा का माहौल भी पैदा करती हैं।
इस प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस को सतर्क रहने की जरूरत है। इस हादसे ने प्रशासन को एक सख्त संदेश दिया है कि ऐसी अवैध फैक्ट्रियों पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सके।
बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र में हुए इस धमाके ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अवैध पटाखा फैक्ट्री का खुलासा और धमाके की तीव्रता ने प्रशासन और पुलिस को सतर्क कर दिया है। रहमान शाह और नासिर शाह जैसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस घटना से सीख लेते हुए प्रशासन को भविष्य में ऐसे खतरों से निपटने के लिए पहले से सतर्क रहना होगा।
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