दस दिनों से चल रही वकीलों की हड़ताल को समाप्त करने के लिए एसडीएम और अधिवक्ताओं की वार्ता गुरुवार को अपराह्न 11रू00 बजे तहसील गेट पर संपन्न हुई। आपसी बातचीत के बाद वार्ता असफल रही। अधिवक्ताओं ने हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया।बुधवार को अधिवक्ताओं ने पट्टी ढकवा मार्ग को जाम कर दिया था। इसको लेकर एसडीएम ने मोबाइल द्वारा अधिवक्ताओं से संपर्क स्थापित कर गुरुवार को 11रू00 बजे आपस में बैठकर मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया था। इस पर जाम समाप्त हो गया था।गुरुवार को अपराहन 11.00 बजे एसडीएम देश दीपक सिंह नायब तहसीलदार रामेश्वर त्रिपाठी के साथ अधिवक्ताओं के पास पहुंचे। अधिवक्ता तहसील गेट के सामने टेंट लगाकर धरने पर बैठे हुए थे। लगभग आधे घंटे की वार्ता के दौरान एसडीएम ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि हमारी तरफ से रिपोर्ट चली गई है। आप लोग हड़ताल समाप्त कर दें। इस पर अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक हमें स्थाई रूप से आश्वासन नहीं मिलता तब तक हम लोग हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे। काफी देर समझाने के बाद जब बात नहीं बनी तो एसडीएम वार्ता छोड़कर चले गए। संघर्ष समिति के अध्यक्ष राधारमण मिश्र ने बताया कि एसडीएम के साथ वार्ता पूरी तरह असफल रही। हम लोग अपनी बात शासन स्तर तक पहुंचाने के लिए पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह से अब मिलेंगे।एसडीएम देश दीपक का कहना है कि स्थानीय प्रशासन द्वारा जो कार्रवाई वकीलों के पक्ष में की जानी थी वह की जा चुकी है। अब इनकी हड़ताल बेमानी है। इस मौके पर अधिवक्ता बंश बहादुर सिंह, राधा रमण मिश्र, अजीत सिंह, आशीष तिवारी, अरुण मिश्रा राहुल सिंह, कुलदीप तिवारी, शैलेंद्र श्रीवास्तव, रवि सिंह, वरुण कुमार पांडेय, प्रदीप पाठक, चंदन सिंह, उमेश तिवारी, महामंत्री मनीष तिवारी, राकेश खरे सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।
Nationalism Always Empower People
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
Jhansi पुलिस और एसओजी की जबरदस्त कार्रवाई: अपहृत नर्सिंग छात्रा नोएडा से सकुशल बरामद
Mainpuri में युवती की हत्या: करहल उपचुनाव के कारण सियासी घमासान, सपा और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप