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सरकारी भूमि के अवैध कब्जेदारों पर इनायत नगर पुलिस मेहरबान

मिल्कीपुर तहसील मुख्यालय स्थित ग्राम पंचायत इनायतनगर के राजस्व अभिलेखों में नवीन परती के खाते में दर्ज भूमि को तहसील कर्मियों की मिलीभगत से विनिमय करा कर कब्जा किए जाने के मामले में तहसील प्रशासन से लेकर इनायत नगर पुलिस अवैध कब्जे दार दबंग शिक्षक के ऊपर मेहरबान हो गई है। मामले की शिकायत ग्राम प्रधान के नेतृत्व में संयुक्त हस्ताक्षरित प्रार्थना पत्र देकर जिलाधिकारी से कार्यवाही की गुहार की गई है। ग्राम पंचायत इनायतनगर की ग्राम प्रधान रेनू पत्नी भरत राम यादव प्रदेश के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी अयोध्या को प्रेषित किए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि उनके गांव के राजस्व अभिलेखों में गाटा संख्या 879 रक्बा 0.537 हेक्टेयर बंजर खाते में दर्ज है जिसमें 0.101 हेक्टेयर भूमि मिल्कीपुर निबंधक कार्यालय हेतु आरक्षित है। ग्राम प्रधान का आरोप है कि गांव के ही शिवराज पुत्र विदेशी द्वारा 0.079 50 एअर फोन पर अपना चक बनवा लिया और उक्त भूमि की फर्जी तौर पर शिवराज द्वारा मान्यता लगवा कर चकबंदी कर्मियों की मिलीभगत से अपना चेक बनवा दिया गया है। गाटा संख्या 896 शामिल जोत आबादी कई वर्षों से दर्ज चली आ रही है। गाटा संख्या 889 बंजर खाते में दर्ज है जिसमें आम, महुआ, जामुन, नीम, कैथा तथा अन्य कीमती लकडिय़ों के पुराने वृक्ष मौजूद हैं। ग्राम प्रधान का आरोप है कि मिल्कीपुर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मे शिक्षक पद पर तैनात उनके गांव के एक चालबाज शिक्षक ने तहसील के राजस्व कर्मियों को अपने प्रभाव में करके गाटा संख्या 889 में रक्बा 0.079 हेक्टेयर भूमि विनिमय करा लिया है। जिसकी जानकारी के बाद सिविल जज सीनियर डिविजन फैजाबाद के यहां एक मुकदमा भी दायर किया गया है, जिसमें आगामी 7 मार्च की तारीख भी सुनवाई हेतु नियत है। इधर शिवराज यादव द्वारा तहसील के क्षेत्रीय लेखपाल राजस्व निरीक्षक से सांठगांठ करके उक्त नवीन परती की भूमि पर जबरन कब्जा करना शुरू कर दिया गया है और बड़े-बड़े पुराने दरख्तों को जेसीबी से गिरवा दिया जा रहा है। ग्राम प्रधान का आरोप है कि शिकायत के बावजूद भी तहसील प्रशासन मामले में कोई कार्यवाही नहीं करना चाह रहा है। सबसे मजे की बात तो यह है कि राजस्व कर्मियों के साथ इनायत नगर थाना पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैदी से लगी हुई है। जो मौके तक किसी भी शिकायतकर्ता को फटकने नहीं देती और ग्रामीणों से अभद्रता करते हुए उन्हें भगा देती है।