नगर पंचायत गोला बाजार में ठेका व संविदा स्वच्छता कर्मियों का धरना-प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। स्वच्छता कर्मियों के द्वारा अपने मांगो का ज्ञापन एसडीएम गोला रोहित मौर्य को सौंपा। ज्ञापन में ईओ को तत्काल गोला से हटाने की मांग की गया। वहीं कर्मचारियों को राजनैतिक पार्टियों का भी समर्थन मिला।सोमवार से नगर पंचायत में ठेका व संविदा पर कार्यरत सफाई कर्मचारी वेतन विसंगंति, पीएफ कटौती, उत्पीडऩ आदि के 13 सूत्रीय मांगो को लेकर हड़ताल पर हैं। मंगलवार को हड़ताल के दूसरे दिन कर्मचारियों को कांग्रेस, सपा व बसपा के स्थानिय नेताओं का समर्थन मिला। कर्मचारियों ने सुबह नगर पंचायत कार्यालय से लेकर तहसील परिसर तक पैदल मार्च किया तथा अधिशासी अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते तहसील परिसर में पंहुच कर धरना-प्रदर्शन करने लगें। धरना-प्रदर्शन में पंहुचे एसडीएम रोहित कुमार मौर्य को कर्मचारियों के द्वारा 13 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन के द्वारा ठेके व संविदा पर रखे गये कर्मचारियों की सूची पद सहित, वेतन प्रतिमाह अलग अलग नाम सहित देने, ठेकेदार द्वारा कर्मचारियों के नाम पर प्रतिमाह विभाग में कितने का बिल बाउचर जमा किया जाता है, ठेकेदार किस माह से कार्यरत हैं व टेंडर के दरों, ईपीएफ कटौती के सर्कुलर आदि जानकारी देने की मांग की। ज्ञापन लेने पंहुचे एसडीएम गोला ने कर्मचारियों की मांगो को लेकर कार्यवाई करने के लिए आश्वासन दिया तथा सभी को अपने कार्य पर लौटने के लिए आग्रह किया।—————————————-ईओ के उपर कर्मचारियों ने लगाया उत्पीडऩ के आरोप….ठेका व संविदा कर्मचारियों के द्वारा ज्ञापन के माध्यम से ईओ गोला राघवेन्द्र प्रताप सिंह पर उत्पीडऩ का आरोप लगाया गया। ईओ के उपर कर्मचारियों के द्वारा गाली-गलौज करने व कार्यमुक्त करने की धमकी देने का आरोप लगाया गया। कर्मचारियों ने कहा कि ईओ प्रतिनियुक्त पर तैनात हैं इनको अविलम्ब यहां से हटाया जाए। जबतक ईओ यहां से हटेंगे नहीं तबतक हम सभी कर्मचारी कार्य स्थगित कर धरना-प्रदर्शन करते रहेंगे।——————————-कांग्रेस, सपा व बसपा ने किया कर्मचारियों का समर्थन….धरना-प्रदर्शन के दूसरे दिन कर्मचारियों के मांगो के समर्थन में राजनैतिक पार्टियां भी उतर गयीं। सपा से दीपक कुमार चन्द, ताम्रध्वज चन्द मुन्ना हाशमी कांग्रेस पार्टी के ब्लाक अध्यक्ष जय प्रकाश तिवारी, विक्रांत साहनी, गरीब अली सुभाष, आदि लोग उपस्थित रहें।——————————————ईओ राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इनका ईपीएफ की कटौती व वेतन का भुगतान ठीक तरिके से हो रहा है। ईपीएफ की वापसी की प्रक्रिया के लिए संबंधित फर्म को निर्देशित किया गया है। फर्म ने 20 दिन का समय मांगा है। नगर पंचायत गोला प्रदेश में नंबर एक पर है तो इन्हीं कर्मचारियों की वजह से है। कर्मचारियों को कुछ लोगों के द्वारा गुमराह किया जा रहा है। हमारे कर्मचारी हमसे या हमारे उच्चाधिकारी से बात करें उनकी समस्याओं का निराकरण होगा।
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