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‘बुलडोजर’ लेकर निकले विधायक जी! Kanpur Dehat में जिंदा जली मां-बेटी के गांव जा रहे थे MLA को पुलिस ने धर लिया

कानपुर: कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में मां-बेटी के जिंदा जलने के बाद यूपी का सियासत गर्म हो गई है। मैथा तहसील का चाहला गांव छावनी तब्दील हो गया है। सपा का प्रतिनिधी मंडल कानपुर देहात जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात करने वाला था। इसी कड़ी में कानपुर से सपा विधायक अमिताभ वाजपेई बुलडोजर लेकर पीड़ित परिवार से मिलने के लिए निकले थे। लेकिन उनके काफिले को भौती हाइवे पर रोक लिया गया। विधायक अमिताभ वाजपेई समेत 50 से 60 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।

सपा विधायक अमिताभ वाजपेई को मंगलवार सुबह घर में ही नजरबंद कर दिया गया था। इस दौरान अमिताभ वाजपेई ने पुलिस कर्मियों खूब खरीखोटी सुनाई थी। इसी दौरान सपा कार्यालय से एक पत्र जारी हुआ कि समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधी मंडल गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात करेगा। सपा कार्यालय से जारी हुए पत्र में कानपुर से सपा विधायक अमिताभ और विधायक मो हसर रूमी का नाम शामिल था। पत्र वायरल होने के बाद पुलिस ज्यादा देर तक अमिताभ वाजपेई को नजरबंद नहीं रख सकती थी। कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ती जा रही थी।

प्रतिनिधी मंडल के आने के बाद करेंगे कूच
पुलिस ने विधायक अमिताभ वाजपेई से कहा कि पुलिस की एक टीम कानपुर देहात लेकर जाएगी। इसपर अमिताभ वाजपेई बुलडोजर लेकर कानपुर देहात के लिए निकल पड़े। भौती हाइवे पर पहले से भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। अमिताभ वाजपेई के काफिले को पुलिस ने रोक लिया। सभी को हिरासत में लेकर एक बिल्डिंग में रखा है। अमिताभ वाजपेई का कहना है कि सपा का प्रतिनिधि मंडल मनोज पांडेय की अगुवाई में निकल चुका है। उनके आने के बाद ही हम आगे के लिए कूच करेंगे।

जानिए क्या था मामला
रूरा थाना क्षेत्र स्थित मड़ौली के चाहला गांव में रहने वाले कृष्ण गोपाल दीक्षित पत्नी प्रमिला, बेटी शिवा बेटे शिवम के साथ ग्राम समाज की जमीन पर झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। मड़ौली गांव के लोगों ने सोमवार को डीएम से कृष्ण गोपाल दीक्षित की शिकायत की थी, कि ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा करके रह रहे हैं। इस पर डीएम ने एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद को कब्जा हटवाने का आदेश दिया था। एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद लेखपाल, राजस्व अधिकारी और रूरा इंस्पेक्टर के साथ मय फोर्स कब्जा हटवाने पहुंचे थे। इसी दौरान अचानक झोपड़ी में आग लग, जिसमें मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई।

एसडीएम समेत 10 नामजद-27 अज्ञात पर केस दर्ज
इस घटना के बाद ग्रामीण भड़क गए। ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को लाठी डंडे लेकर दौड़ा लिया। सभी अधिकारी अपने वाहनों को गांव में छोड़कर भाग गए। घटना स्थल पर कई थानों का फोर्स और पीएसी को भेजा गया। फोर्स के साथ अधिकारियों ने गांव के अंदर एंट्री की थी। सोमवार रातभर मंडलायुक्त राजशेखर मौजूद रहे। ग्रामीणों और पीड़ित परिवार को समझाते रहे। देररात मृतका के बेटे शिवम की तहरीर पर एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल, कानूनगो, रूरा एसओ दिनेश कुमार, अशोक दीक्षित, अनिल दीक्षित, निर्मल दीक्षित, विशाल, दीपक समेत 27 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

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